लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के दादरी में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के टीम ने एक प्राइवेट पैथोलॉजी लैब पर छापा मारा जो निःशुल्क कोरोना वैक्सीन के नाम पर बिना इजाजत जायड्स कंपनी के वैक्सीन का ट्रायल कर रहे थे, पुलिस ने मौके से 4 लोगों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया है साथ ही मामले के जांच के लिए टीम का भी गठन किया गया है.
बिना इजाजत कोरोना वायरस की वैक्सीन के ट्रायल मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. पता चला है कि जिन लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी, उन्हें एक ही बार में दोनों खुराक दे दी गई हैं. इससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है. जिला स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीमें लगातार इस मामले की पड़ताल कर रही हैं. जांच में सामने आया है कि पैथोलॉजी लैब संचालक ने किसी को वैक्सीन के संबंध में कुछ नहीं बताया था. लोगों को केवल यह कहा गया था कि यहां कोरोना वायरस की वैक्सीन लग रही है. वहां मौजूद कर्मियों ने एक साथ दोनों बाजू में वैक्सीन की दोनों डोज लगा दी.स्वास्थ्य विभाग उन 19 लोगों की पहचान में जुट गया है, जिन्हें वैक्सीन लगाई गई थी.
जांच के दौरान इन सभी लोगों की शिनाख्त कर ली गई है. इनमें 15 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं. जांच में ये भी पता लगा है कि 19 लोगों में अधिकतर दो परिवारों से ताल्लुक रखते हैं. इसमें एक परिवार होम्योपैथिक चिकित्सा से जुड़ा हुआ है. जांच में पता चला है कि गोपाल पैथोलाजी लैब को पंजीकृत भी नहीं कराया गया था.
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