कोलकाता : पश्चिम बंगाल राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। विधेयक का समर्थन नहीं किए जाने को लेकर कहा गया कि तृणमूल कांग्रेस के मिट्टी आंदोलन से यह मामला पूरी तरह से संबंधित है। जिसके बाद इस मोर्चे पर तृणमूल की ओर से समर्थन मिलना काफी मुश्किल हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा भी केंद्र सरकार द्वारा पेश किए जा रहे भूमि अधिग्रहण बिल का समर्थन न करने का फैसला लिया गया है। मामले में कहा जा रहा है कि तृणमूल पहले से ही मिट्टी आंदोलन चला रही है। मामले में तृणमूल कांग्रेस का रूख बेहद स्पष्ट है। जमीन अधिग्रहण के विरूद्ध माममोर्चो के शासनकाल में भी इस तरह के विधेयक को लेकर अनशन किया था।
यह आंदोलन 26 दिन तक चला था। उन्होंने कहा कि वे दबाव बनाकर भूमि का अधिग्रहण करने का समर्थन नहीं कर रही हैं। सिंगुर और नन्दीग्राम आंदोलन को वे कभी नहीं भूल पाऐंगी। मामले में मुख्यमंत्री ने पुरूलिया के जिला परिषद भवन में विकासकार्य की समीक्षा की। दूसरी ओर बैठक में राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के विरूद्ध अनशन कर अधिनियम का विरोध जताया।