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नई दिल्ली : मानसून देश में कृषि कार्य और विभिन्न कार्यों को प्रभावित करता है। इस वर्ष मानसून का अनुमान सरकार बताएगी। दरअसल सरकार मानसून की बारिश पर गहराई में चिंतन करेगी। देश में मानसून लांग पीरियड एवरेज का 93 प्रतिशत स्तर पर रहता है।
यह बात केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन ने कही। वे मानसून के अनुमान को लेकर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के मानसून में देश में करीब 93 प्रतिशत का अनुमान रहता है। बारिश के द्वितीय चरण का अनुमान जून में जाना जा सकेगा।
सरकार फिलहाल पहले चरण की बारिश बताएगी। जिन क्षेत्रों में कम बारिश का अनुमान है वह 35 प्रतिशत तक रह सकता है। अच्छी बारिश के आसार 93 प्रतिशत तक हैं।
हालांकि सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान नहीं है।
मगर इस ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। देश में होने वाली दक्षिण पश्चिम मानसून की वर्षा मात्रात्मक रूप से जून से सितंबर तक हो सकती है। देश में सूखा पड़ने का अनुमान करीब 33 प्रतिशत तक है। मंत्रालय द्वारा जारी की गई जानकारी एक अनुमान पर आधारित है जिसे वैज्ञानिकों ने दर्शाया है।