जिमनास्ट से गोताखोर बनी मेधाली रेडकर ने शुक्रवार को यहां राष्ट्रीय खेलों में गोताखोरी की 1 एम स्प्रिंगबोर्ड स्पर्धा का गोल्ड मेडल अपनी झोली में डाला। मेधाली ने अपने कोचों के सुझाव के उपरांत गोताखोरी में आने का निर्णय किया क्योंकि दोनों खेलों में एक समान ‘कोर स्ट्रेंथ' और ‘एक्रोबेटिक' काबिलियत की आवश्यकता होती है। मेधाली ने इसमें हाथ आजमाने की कोशिश की और 7 साल बाद मुंबई की इस एथलीट ने कुल 171.50 अंक से रूतिका श्रीराम को पछाड़कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। गुवाहाटी में हाल में समाप्त हुई सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मेधाली ने 3 एम स्प्रिंगबोर्ड में कांस्य पदक जीता था और 1 एम स्प्रिंगबोर्ड स्पर्धा में 5वें स्थान पर रही थीं।
इसके पहले खबरें थी कि इस बारें में दीपा ने बोला है कि इस संबंध में जिम्नास्ट फेडरेशन ऑफ इंडिया से भी कोई बात नहीं हो पाई है। उनके अनुसार, जैसे ही इस मुद्दे के बारे में पता चलेगा, सभी को सूचना दी जाने वाली है। नंदी अभी वर्तमान में जिम्नास्ट फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय शिविर का भाग रह चुके है।
वहीं जीएफआई के अध्यक्ष सुधीर मित्तल ने कहा, उन्होंने बोला है कि FIG की ओर से दीपा के निलंबन को लेकर कोई भी सूचना नहीं है। हम इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय निकाय से स्पष्ट करने वाले है।
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