चेन्नई: तमिलनाडु के एक गांव के लोगों को खुश होने की वजह मिली है. दरअसल, विरुधुनगर जिले के अंतर्गत आने वाले मीनाक्षीपुरम गांव के लोगों को बस की सुविधा प्राप्त हुई है. यहां के लोग देश की स्वतंत्रता के 73 साल बाद भी गांव में बस की सुविधा से वंचित थे. पहले ग्रामीणों को बस के लिए 4 किमी दूर रेड्डीपट्टी गांव तक पैदल जाना पड़ता था, किन्तु अब बस उनके गांव में ही आएगी. ग्रामीणों को अब सुबह और शाम बस की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
हालांकि वहां के लोगों को ये सुविधा इतनी आसानी से नहीं मिली है. इसके लिए वे कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. अब जब गांव में बस पहुंची तो लोगों ने जश्न मनाकर इसका स्वागत किया. ग्रामीणों ने बस को फूलों से सजाया, मिठाइयां बांटी, बस ड्राइवर और कंडक्टर को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. गांव के बाहर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता था. कनेक्टिविटी की कमी की वजह से लोगों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ता था. एक तरफ जहां तमिलनाडु के सीएम पलानीस्वामी ने सूबे में लग्जरी इलेक्ट्रिक बसों का शुभारंभ किया, वहीं अब राज्य के गांवों को भी सार्वजनिक परिवहन के साथ जोड़ा जा रहा है.
आपको बता दें कि हाल ही में सीएम ई के पलानीस्वामी ने प्रदेश में बनी पहली इलेक्ट्रिक कार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. इस कार को कार निर्माता कंपनी हुंडई ने निर्मित किया था. हुंडई ने इस इलेक्ट्रिक कार को बनाने के लिए 2018 में तमिलनाडु सरकार के साथ एक एमओयू पर दस्तखत किए थे.
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