21 जून को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक काल एक दिन पहले शनिवार की रात से लगेगा। वहीं सूर्यग्रहण स्पर्श से 12 घंटे पहले यानी रात 10 बजकर 22 मिनट पर सूतक काल शुरू हो जाएगा। इस काल में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और कोई शुभ कार्य नहीं किया जा सकेगा। वहीं श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर (गढ़ी कैंट) के महंत कृष्ण गिरि महाराज ने कहा कि इस सूर्य ग्रहण पर चंद्रमा सूर्य के करीब 99 फीसदी भाग को ढक लेगा। इससे दोपहर को अंधेरा छा जाएगा।
इसके साथ ही सूतक शनिवार रात 10 बजकर 22 मिनट से शुरू होगा। यह काल शुभ नहीं माना जाता। इस दौरान पूजा-पाठ व धार्मिक गतिविधियों को निषेध माना जाता है।रविवार सुबह 10 बजकर 24 मिनट से सूर्य ग्रहण काल शुरू होगा, जो दोपहर 01 बजकर 48 मिनट बजे तक रहेगा। इसी समय सूतक काल भी समाप्त होगा। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस व सूर्य ग्रहण एक साथ पड़ रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की कोरोना महामारी के चलते पहले ही योग की कक्षाएं प्रभावित चल रही हैं। वहीं अब सूर्य ग्रहण के कारण योग दिवस पर भी असर पड़ेगा।माना जा रहा है कि सुबह से दोपहर तक ग्रहण होने के कारण योग कार्यक्रम भी कम जगह ही होंगे। फ़िलहाल योगाचार्य विपिन जोशी व अन्य चुनिंदा लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये योग कराएंगे।
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