मुंबई: शिवसेना (UBT) प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने आज मंगलवार (31 अक्टूबर) को केंद्र से संसद का विशेष सत्र बुलाकर मराठा आरक्षण के मुद्दे को हल करने की मांग की है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सभी केंद्रीय मंत्रियों को कैबिनेट बैठक में आरक्षण का मुद्दा उठाना चाहिए।
उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों से (मराठा आरक्षण) मांग पूरी नहीं होने पर इस्तीफा देने का भी आग्रह किया। उद्धव ने कहा कि, "इस मुद्दे को केंद्र द्वारा संबोधित किया जाना चाहिए। इसे केवल लोकसभा में हल किया जा सकता है। मैं यह कहता रहा हूं और मैं फिर से कहता हूं कि सरकार को (मुद्दे को हल करने के लिए) संसद का एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "अगर राज्य विधानमंडल के विशेष सत्र की आवश्यकता हो तो भी इसे बुलाया जाना चाहिए।"
सेना (यूबीटी) अध्यक्ष ने कहा कि मराठा आरक्षण मुद्दे पर राज्य में बेचैनी है। पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हिंसा की घटनाएं भड़क उठीं और मराठा आरक्षण समर्थकों ने कुछ राजनेताओं के आवासों और कार्यालयों में तोड़फोड़ की। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कार्यकर्ता मनोज जारांगे 25 अक्टूबर से जालना जिले के अपने अंतरवाली सरती गांव में अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं।
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