इलाहबादी अमरुद कहें या प्रयागराजी ? योगी सरकार पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कसा तंज
इलाहबादी अमरुद कहें या प्रयागराजी ? योगी सरकार पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कसा तंज
Share:

नई दिल्ली: 'इलाहाबादी अमरूद' है या 'प्रयागराजी अमरूद'? समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट की है। दरअसल, राज्य की योगी सरकार ने अपने शासनकाल में कई शहरों, सड़कों और इमारतों का नामकरण उनके पुराने नामों के आधार पर वापस कर दिया है। जिसमे फ़ैजाबाद को अयोध्या और इलाहबाद को प्रयागराज किया जाना मुख्य है। अखिलेश यादव ने फलों की तीन टोकरियों के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसे प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) का मनोरम गौरव माना जाता है।

 

इस तस्वीर के साथ अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए लिखा है कि, 'जनता पूछ रही है कि ‘इलाहाबादी अमरूद’ का नाम बदलकर ‘प्रयागराजी अमरूद’ करने का फ़ैसला व्यक्तिगत स्तर पर होगा या कैबिनेट से?' यह पोस्ट योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष था, जिसने 2018 में शहर का नाम इलाहाबाद से बदलकर प्रयागराज कर दिया, भाजपा ने दावा किया था कि, इस धार्मिक शहर की प्राचीन पहचान प्रयागराज के नाम से ही थी और उसने केवल एक गलती को ठीक किया है, जो मुग़ल काल में आक्रमणकारियों ने की थी। पार्टी ने दावा किया कि प्रयागराज शहर का "असली नाम" था जिसे मुगल शासक अकबर ने बदलकर इलाहबाद कर दिया था।

 

हालाँकि, यह अपनी तरह का पहला फैसला नहीं था। उत्तर प्रदेश में ही सरकार ने ब्रिटिश काल के रेलवे स्टेशन मुगलसराय का नाम बदलकर उसका नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रख दिया है। इसके बाद फ़ैज़ाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया क्योंकि "यह वही था जो लोग चाहते थे", मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तब घोषणा की थी। बता दें कि, यह पहली बार नहीं है कि विपक्ष के INDIA गुट में शामिल अखिलेश यादव ने इलाहाबादी अमरूद के जरिए इस पर कटाक्ष किया है। कुछ साल पहले उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें वह एक फल विक्रेता से अमरूद खरीदते नजर आ रहे थे।

उस फोटो के साथ अखिलेश यादव ने लिखा था कि, ''भाई अभी भी सबसे प्रसिद्ध अमरूद ‘इलाहाबादी अमरूद’ कहलाता है या उसका भी नाम बदलकर ‘प्रयागराजी अमरूद’ हो गया है?'' बता दें कि, अमरूद की इलाहाबादी किस्मों (सफेदा, संगम, ललित और सुरखा) का आकार, रंग, गुणवत्ता, बनावट और स्वाद उन्हें फल की बाकी किस्मों से बेहद विशिष्ट बनाते हैं।

गौरी लंकेश हत्याकांड में 5 साल से कैद आरोपी को मिली जमानत, जानिए क्या बोली कर्नाटक हाई कोर्ट ?

'B.Ed डिग्री धारक प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने के लिए अयोग्य..', पटना हाई कोर्ट का बड़ा फैसला

श्रृद्धा के 35 टुकड़े करने वाला आफताब जेल में करता है बिसलेरी पानी और नए कपड़े की डिमांड, बोला- 'हाँ, हो गई मुझसे गलती, अब क्या मर जाऊँ?'

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -