अमरावती: महाराष्ट्र के अमरावती जिले के एक गांव में ईद-ए-मिलाद जुलूस के चलते भड़काऊ नारे लगाने के मामले में 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है तथा 7 लोग वांछित हैं। मंगलवार को पुलिस ने यह खबर दी। एक अफसर ने बताया कि रविवार को अमरावती के परतवाड़ा गांव में आयोजित जुलूस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसके अगले दिन इस सिलसिले में मुकदमा दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि 25 और 35 वर्ष की आयु के दो अपराधियों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था, जबकि सात अन्य इस मामले में वांछित हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी जुलूस के चलते कथित तौर पर ‘‘सर तन से जुदा’’ का भड़काऊ नारा लगा रहे थे। अफसर ने बताया कि अमरावती ग्रामीण पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की संबंधित धाराओं एवं बॉम्बे पुलिस अधिनियम के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
महाराष्ट्र कि एक दूसरी घटना में यहाँ पालघर में 16 अप्रैल 2020 को भीड़ ने दो साधुओं को पीट-पीटकर मार डाला था। इस मामले ने उस वक़्त काफी तूल पकड़ा था। अब सूबे में शिंदे गुट-भाजपा की सरकार मामले की जांच CBI को सौंपने के लिए राजी हो गई है। महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने बताया है कि उन्हें 2020 के पालघर लिंचिंग मामले की जांच CBI को सौंपने में कोई आपत्ति नहीं है। कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि वह पालघर मॉब लिंचिंग मामले की जांच CBI को सौंपने के लिए तैयार है।
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