पटना: लोकसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में बगावत के सुर फूटने लगे हैं. राजद नेता महेश यादव ने कहा है कि लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को शर्मनाक शिकस्त की जिम्मेदारी लेते हुए नेता प्रतिपक्ष के पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए. यादव ने कहा है कि, जनता अब वंशवाद राजनीति से परेशान हो चुकी हैं. मैं नाम नहीं लूंगा लेकिन ऐसे कई MLA हैं, जो अब घुटन का अहसास कर रहे हैं.
यादव ने कहा कि, ''अगर कोई राजनेता एक दल में एक ही स्थान पर रहते हुए सच न बोले तो वह नेता और पार्टी समाप्त हो जाती है. जब लालू यादव ने राबड़ी देवी को बिहार का सीएम बनाया था, तब भी मैंने इसे गलत कदम कहा था. मैंने कहा था कि इससे पार्टी को नुकसान झेलना होगा. पिछले कुछ समय में विधानसभा में पार्टी 22 सीटों तक सिमट चुकी है. लोकसभा में केवल 4 सीटें बची हैं.''
महेश यादव ने कहा कि, ''जब नीतीश कुमार के साथ गठबंधन हुआ था, तब उन्हें सत्ता वापस मिली थी. किन्तु वह भाई-भतीजावाद से इतने प्रभावित हैं कि अपने ही दोनों बेटों को मंत्री बना दिया''. महेश यादव ने कहा कि, ''लोकसभा चुनाव में आवाम ने वंशवाद राजनीति को सिरे से नकार कर दिया. तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए. नीतीश कुमार अच्छे नेता हैं. मैं राजद नहीं छोड़ूंगा. किन्तु अगर राजद में वंशवाद की सियासत का अंत नहीं हुआ तो मेरे साथ ही कई और नेता खुद को पार्टी से दूर कर लेंगे. ''
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