नई दिल्ली: अग्निपथ योजना पर विपक्ष के आरोपों को लेकर इस समय BJP लगातार पलटवार कर रही है। अब हाल ही में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार किया है। जी दरअसल विपक्ष का आरोप है कि अग्निपथ के लिए जाति और धर्म प्रमाण पत्र मांगे जा रहे है। अब इसी बीच जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "सेना नियम 1954 और रक्षा सेवा नियमन 1987 के अनुसार भर्ती की गई। कुछ राजनैतिक पार्टियां लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। भर्ती में केवल वहीं डिटेल ली जा रही है जा पहले ली जाती थी उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।''
#WATCH | On Oppn's allegations that caste & religion certificates being asked for Agnipath, Union Min Anurag Thakur says, "Recruitments done as per Army Rules 1954 & Defence Service Regulation 1987. Parties like AAP try to mislead. No changes, details same as collected earlier." pic.twitter.com/249rtgE5mt
— ANI (@ANI) July 19, 2022
जी दरअसल उनका कहना है कि, 'अग्निपथ योजना में लाखों लाेगों के आवेदन आएं है। कुछ राजनीतिक पार्टियां इस योजना पर गुमराह करने का काम कर रही है। वह पहले भी ऐसा कर चुके है। राजनीतिक पार्टियां राजनीतिक लाभ के लिए सेना पर प्रश्वनचिन्ह खड़ा कर रहीं है। वहीं, भारत का युवा देश की सेना में सेवा के लिए सब कुछ न्यौछावर करने को तैयार है। अग्निपथ योजना के तहत बड़ी संख्या में आवेदन आएं है।' आपको बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में आज यानी मंगलवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई हुई। यहाँ सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने इस योजना से संबंधित सभी याचिकाओं को दिल्ली हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया है।
जी दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने उच्च न्यायालय को यह निर्देश जारी किए कि योजना को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर जल्द सुनवाई कर इनका जल्द निपटारा किया जाए। दूसरी तरफ सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिकाकर्ता वकील को टोका टोकी पर फटकार भी लगाई। वहीं शीर्ष अदालत में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ वकील से कहा, 'आप भले वीर होंगे लेकिन अग्निवीर तो कतई नहीं है। आप भविष्य में अग्निवीर नहीं बनने जा रहे। इसलिए बेवजह टोका टाकी ना करें। सब्र रखिए।'
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