नई दिल्ली : बंग्लादेश आतंकी हमले में मुस्लिम धर्मगुरु डॉ जाकिर नाइक का नाम सामने आने के बाद से गुरुवार को मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया गया। रजा एकेडमी के लोगों ने नाइक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। उधर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी भी नाइक से पूछताछ की तैयारी कर रही है। मुंबई में नाइक के दफ्तर पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
नाइक का स्पीच दिखाने के लिए पीस टीवी के बारे में भी कहा जा रहा है कि उसके पास भारत में टेलीकास्ट राइट्स नहीं है। भारत के साथ-साथ इसे बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल और बाकी पड़ोसी देशों में देखा जाता है। इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्रर वैंकेया नायडू ने बुधवार को कहा कि हम बिना लाइसेंस के चल रहे चैनल्स की जांच करा रहे हैं और एक्शन लेंगे।
बंधक बनाकर 22 लोगों की हत्या करने वाले आतंकी डॉक्टर व इस्लाम के प्रचारक नाइक से प्रेरित थे। एक आतंकी ने नाईक का वो बयान सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें उसने कहा था कि सभी मुसलमानों को आतंकी बनना चाहिए। रजा एकेडमी ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है कि नाईक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगे।
इसके साथ-साथ नाईक के आतंकी कनेक्शन की भी जांच होनी चाहिए। नाईक के पास इतने पैसे कहां से आते हैं इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस पर नाईक का कहना है कि उन्हें इस बात पर हैरानी नहीं है कि बांग्लादेश के आतंकी उनसे प्रेरित थे, क्यों कि 90 प्रतिशत बांग्लादेशी उनसे परिचित है। केंद्र सरकार के गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू का कहना है कि सरकार किसी व्यक्ति विशेष पर प्रतिबंध नहीं लगाती।
रिजीजू ने बताया कि इस संबंध में बांग्लादेश ने कोई बात नहीं की है, अगर कोई ऑफिशियल जानकारी आती है, तो कार्रवाई की जाएगी। नाईक के प्रवक्ता मंजूर शेख ने ढाका हमले में उनका नाम आने के बाद सफाई देते हुए कहा है कि नाईक के विचारों के बारे में जो बताया जा रहा है वो गलत है। इससे पहले नाईक तब विवादों में आए थे, जब उन्होने ओसामा बिन लादेन को आतंकी मानने से इंकार कर दिया था।
इससे पहले 2009 में भी न्यूयॉर्क के सबवे में फिदायीन हमले की साजिश करने के आरोप में गिरफ्तार नजीबुल्ला जाजी के दोस्तों ने बताया था कि वो काफी वक्त तक नाईक की तकरीरों को टीवी पर देखता था। 2006 में मुंबई की लोकल ट्रेनों में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में आरोपी राहिल शेख भी नाईक से प्रभावित था।
2007 में बेंगलुरु का एक शख्स कफील अहमद ग्लासगो एयरपोर्ट को उड़ाने की कोशिश करते हुए घायल हुआ था। जांच में पता चला कि वो भी नाई क से प्रभावित था।