मन की बात में PM मोदी ने कहा : बारिश से पहले करें जल सहेजने की तैयारी
मन की बात में PM मोदी ने कहा : बारिश से पहले करें जल सहेजने की तैयारी
Share:

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। आकाशवाणी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीयों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने जल आपूर्ति की समस्या को सामने रखा। उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम आने पर जल की उपलब्धता एक बड़ी समस्या रहती है। उन्होंने अहमदाबाद के ही साथ देवास के एक गांव का उल्लेख करते हुए ग्रामीणों की प्रशंसा की। 

उन्होंने कहा कि देवास के इस गांव के किसानों ने जल सहेज कर अच्छा प्रयास किया। इससे वाॅटर लेबल बढ़ा और अब उन्हें अच्छा पानी मिल रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को बधाई दी। दूसरी ओर लातूर में रेल वेगन द्वारा पानी पहुंचाए जाने पर उन्होंने कहा कि यह विश्व के लिए एक खबर हो सकती है लेकिन सूखे से निपटने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।

जो ग्रामीण इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे हैं वे बधाई के पात्र हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है। यह एक अवसर है और एक चुनौती भी है कि क्या हम गांव - गांव पानी बचाने के लिए अभियान चला सकते हैं। क्या गांव के तालाबों से मिट्टी उठाकर गांव में ले जाऐं जिससे जमीन अच्छी होगी।

जहां से पानी बहने के रास्ते हैं उन्हें सीमेंट - फर्टिलाईज़र्स से रोका जा सकता है। यह जमीन में पानी जाएगा। यदि गांव का पानी गांव में रहे तो आने वाले समय में हम सूखे की स्थिति से निपट सकते हैं। वर्षा के पानी को सहेजने के लिए घर के नीचे पानी के टेंक बने हुए हैं जो कि वर्षों पुराने हैं। उन्होंने एक व्यक्ति का उल्लेख करते हुए माय गोव की बात कही और कहा कि कुमार कृष्णा ने माय गोव पर सवाल उठाया है कि क्या हमारे रहते गंगा कभी साफ हो पाएगी।

उन्होंने कहा कि गंगा यह जीवनदायीनी है। गंगा से हमें रोजी-रोटी मिलती है। इससे जीवन की शक्ति मिलती है। गंगा जैसे मिलती है देश की आर्थिक गतिविधि को शक्ति मिलती है। देश को बचाने के लिए करोड़ों करोड़ भागीरथ की जरूरत है। हमें सभी को सफाई के लिए चेंज एजेंट बनना होगा।

उन्होंने कहा कि गगा तट पर जो राज्य हैं उन्हें साथ लेने और समाजिक संगठन को इस दिशा में सक्रिय करने का प्रयास हो रहा है। हर दिन नालों के रास्ते से ठोस कचरा बहकर गंगा में आता है, इसे रोकने के प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि लोकल बाॅडी को इस हेतु जागरूक कर इस दिशा में अपील की है, इस दिशा में हर दिन 3 टन से 11 टन कचरा निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि ट्र स्कीमर भी क्षेत्र में लगाए जाने की योजना है।

उन्होंने औद्योगिक अपशिष्ट के उचित प्रबंधन की बात भी कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां जीरो डिस्टिल डिस्चार्ज की ओर अपने कदम बढ़ाए गए हैं। इससे प्रदूषण कम होगा और गंगा सफाई होगी। उन्होंने कहा कि लोग डोनेशन दे रहे हैं। इस व्यवस्था को बहुत अच्छे ढंग से चलाया जा रहा है। उन्होंने 24 अप्रैल को पंचायती राज व्यवस्था दिवस के तौर पर मनाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पंचायती राज हमारे देश में सफलता के 

साथ चल रहा है। उन्होंने 14 अप्रैल को डाॅ. आंबेडकर के स्मरण को 24 अप्रैल को जोड़कर कहा कि 14 अप्रैल से 24 अप्रैल तक ग्रामोदय से भारत उदय का अभियान सरकार ने चलाया। उन्होंने कहा कि झारखंड में जाकर पंचायती राज दिवस वे मनाऐंगे। दोपहर 3 बजे वे देश की पंचायतों से कई अपीलें करेंगे। उन्होंने कहा कि गांव के स्तर पर लोकतांत्रिक व्यवस्थाऐं किस तरह से मजबूत बनें यह इस पंचायती राज व्यवस्था में बताया गया है। 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -