अमृतसर : इन दिनों विभिन्न राजनीतिक दल कैंपेनियर प्रशांत किशोर को हायर करने में लगे हैं। उत्तरप्रदेश और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस उनकी रणनीति पर कार्य कर रही है। हाल ही में सिख दंगा पीडि़तों के हित में उनका केस लड़ने वाले अभिभाषक और आम आदमी पार्टी के नेता एचएस फुल्का ने इस बात का दावा किया है कि प्रशांत किशोर ने सिखों के अधिकारों को लेकर उनसे से संपर्क किया है। फुल्का ने कहा कि किशोर कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में उनके सुझाव शामिल करना चाहते थे।
हालांकि प्रशांत किशोर पंजाब राज्य में कांग्रेस का चुनावी कैंपेन कर रहे हैं। इस मामले में प्रशांत किशोर के संगठन ने आप नेता से बात को नकार दिया है। फुल्का ने कहा कि कोई भी सुझाव दिए जाने से पूर्व कांग्रेस को सिखों के नरसंहार पर स्वयं ही पाक साफ सिद्ध करना होगा।
फुल्का ने अपने फेसबुक पोस्ट में इस बात का दावा किया कि प्रशांत किशोर ने मुझसे संपर्क किया और उनके साथ बैठक भी की। प्रशांत किशोर के संगठन आई - पैक ने इसे कोरी अफवाह कहा। इसे खारिज कर दिया गया। आई - पैक ने इस मामले में ट्विट करते हुए कहा कि फुल्का से किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं किया गया।