पणजी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भेंट की। दोनों नेताओं के बीच काफी देर चर्चा हुई। इस दौरान भारत ने रूस से 16 करार किए। जिसमें रक्षा महत्व के उर्जा महत्व के और अन्य करार शामिल थे। दरअसल भारत ने रूस के सहयोग से कुडनकुलम न्यक्लियर प्लांट की आधारशिला रखी। यह प्रोजेक्ट भारत के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से भारत अपनी बड़ी उर्जा जरूरत को पूरा कर पाएगा।
इतना ही नहीं भारत ने रूस के साथ कई रक्षा करार किए जिसमें एस - 400 एंटी मिसाईल सिस्टम बड़ा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रूस में एक कहावत है कि एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तों से बेहतर है। भारत और रूस का संबंध बहुत ही अलग है। रूस मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट में भागीदारी कर रहा है। यह सुखद बात है। दोनों देश साईंस एंड टेक्नोलाॅजी कमीशन बनाने पर सहमत हुए हैं यह भविष्य की आवश्यकता को पूर्ण करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी भाषा का उपयोग कर व्लादिमीर पुतिन के दिल को छू लिया। उन्होंने आतंकवाद के मसले पर दोनों देशों के साथ आने को अच्छा बताया और कहा कि दोनों ही देश इस मसले पर एक राय रखते हैं। उन्होंने रूस की सराहना करते हुए कहा कि इस मसले पर जीरो टाॅलरेंस के साथ कार्य किया जा रहा है।