भारत में कोविड 19 के प्रारंभिक दौर में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया था कि कोरोना मानव जाति पर विपत्ति बन गया है. किन्तु, इस मानवीय संकट के अवसर में परिवर्तित कई चिकित्सालय मोटी कमाई कर रहे हैं. ऐसे ही एक निजी अस्पताल पर पटना जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कंकड़बाग के जीडीएम अस्पताल को सील कर दिया है. फिलहाल इस अस्पताल में भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. बता दें कि पटना के कंकड़बाग स्थित जेडीएम चिकित्सालय के विरूध्द वहां भर्ती कोरोना रोगी के परिजनों ने कच्चा बिल बनाकर 6 लाख रुपये वसूलने का प्रयास का आरोप है.
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बता दें कि कोरोना रोगी के फैमिली ने कच्चा बिल बनाकर 6 लाख 43 हजार वसूलने का प्रयास की शिकायत पटना जिला प्रशासन से की थी. टेस्ट में शिकायत सही मिलने पर पटना डीएम कुमार रवि के आदेश पर JDM प्राइवेट चिकित्सालय के एमडी समेत पांच लोगों पर कंकड़बाग थाना में एफाआईआर दर्ज की गई है. केस की जांच के पश्चात प्रशासन ने चिकित्सालय को सील करने का निर्देश दिया था.
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इसी आरोप पर कार्यक्रम के क्रम में जेडीएम चिकित्सालय को प्रशासन गुरुवार की रात्रि में सील कर दिया. बता दें कि जेडीएम में दो रोगी वेंटिलेटर पर थे, जिन्हें दूसरे निजी चिकित्सालय में भेज दिया गया है. इसके डायरेक्टर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी की जा रही है. पटना डीएम ने बताया है कि प्राइवेट अस्पतालों की निरंतर मॉनिटरिंग चल रही है. जिला प्रशासन ने बताया है कि अनुचित, अवैध एवं मनमानी फीसद रखने और रोगियों से जबरन फीस वसूली करने के आरोप में जेडीएम चिकित्सालय, कंकड़बाग के डायरेक्टर सहित 5 व्यक्तियों पर कंकड़बाग थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.