नई दिल्ली : पाकिस्तान सीमा के करीब संवेदनशील इलाका राजस्थान के बाड़मेर में गणतंत्र दिवस पर उड़कर आए गुब्बारों को लेकर भारत में खलबली मची हुई है. भारत ने इसके खिलाफ विरोध दर्ज कराया है. BSF ऑफिसर ने अपने पाकिस्तानी समकक्षों से अनौपचारिक चर्चा की और इसपर विरोध दर्ज कराया. वही दूसरी और पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया और कहा की उन्हें इन गुब्बारों की कोई जानकारी नहीं है.
यह मीटिंग पाकिस्तान के खोखरापार में हुई . हालांकि इस मीटिंग में संदिग्ध गुब्बारों पर बातचीत एजेंडे में नहीं थी. लेकिन BSF ने अनौपचारिक बातचीत में इस मसले को उठाया. पाकिस्तानी रेंजर्स का कहना है की उन्हें इस मामले में कुछ भी जानकारी नही है. बैठक में भारत की तरफ से नेतृत्व बीएसएफ बाड़मेर सेक्टर के कमांडर डीआईजी प्रतुल्ल गौतम ने किया, जबकि पाकिस्तान की तरफ सिंध रेंजर्स के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ब्रिगेडियर मोहम्मद अजहर खान उपस्थित थे.
पठानकोट एयरबेस आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसिया एक दम चौकन्ना हो गई है. देश की सुरक्षा एजेंसिया की किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या संदिग्ध चीज़ को लेकर कोतहि नही बरतना चाहती है. पठानकोट हमले के बाद से देशभर में जगह जगह से संदिग्धों के पकडे जाने की खबर आने लगी.
जब भी किसी संदिघ्ध वियक्ति या चीज़ नज़र आती है तो सुरक्षा एजेंसिया हाई अलर्ट पर हो जाती है. इसी दौरान गणतंत्र दिवस के मौके पर बाड़मेर जिले में पचपदरा इलाके के गुगड़ी गांव के समीप नो फ्लाई जोन में कुछ गुब्बारे दिखाई दिए. इन गुब्बारों को तबाह करने के लिए जैसलमेर से फाइटर प्लेन सुखोई 30 भेजे गए. सुखोई से गुब्बारों पर मिसाइलें दागी गईं और इन्हें ध्वस्त कर दिया गया था.