अनुपम खेर और ईशा गुप्ता की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'वन डे: जस्टिस डिलीवर्ड' ऐसी ही थ्रिलर फिल्म है जो रिलीज़ हो चुकी है. फिल्म में अनुपम खेर एक रिटायर्ड जज बने हैं जबकि ईशा गुप्ता एक असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के रोल में दिखाई देंगी. आइये जानते हैं क्या रहा इसका पब्लिक रिव्यु.
कलाकार : अनुपम खेर, कुमुद मिश्रा, ईशा गुप्ता
निर्देशक : अशोक नंदा
मूवी टाइप : Suspense,Thriller
अवधि : 2 घंटा 4 मिनट
रेटिंग : 2/5
कहानी : यह कहानी एक रिटार्यड जज त्यागी (अनुपम खेर) अपने रिटायरमेंट के बाद हर उस आदमी को सजा देना चाहता है जो सबूतों की कमी के कारण आजाद घूम रहे हैं. जज को लगता है कि जब उसने फैसले सुनाए थे तब वह कानून के दायरे में बंधा हुआ था और उसने कुछ मामलों में गलत फैसले दिए थे. इन्हीं में से एक खास केस उसे परेशान करता है और वह इसके बाद कानून अपने हाथ में ले लेता है और सभी दोषियों से जुर्म कुबूल करवाने के मिशन पर निकल पड़ता है. इसी ही कुछ कहानी है.
दूसरी तरफ कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों के गायब होने की जांच क्राइम ब्रांच की स्पेशल ऑफिसर लक्ष्मी राठी (ईशा गुप्ता) के पास पहुंचती है. अपने-अपने मिशन में त्यागी और लक्ष्मी राठी कैसे सफल होते हैं, यही फिल्म की कहानी है.
रिव्यू: फिल्म की कहानी काफी दिलचस्प है लेकिन अशोक नंदा का डायरेक्शन काफी ढीला और बिखरा हुआ लगता है. खासतौर पर फिल्म का पहला हाफ आपको निराश करता है लेकिन दूसरे हाफ में फिल्म कुछ गति पकड़ती है और इसमें आपका इंटरेस्ट जागेगा. हालाँकि फिल्म की कहानी बेहद जबरदस्त है लेकिन इसे ठीक से प्रस्तुत ना किये जाने के कारण आपको बोर कर सकती है.
एक्टिंग : रिटायर्ड जज के रोल में अनुपम खेर और पुलिस इंस्पेक्टर शर्मा के रोल में कुमुद मिश्रा हमेशा की तरह बेहतरीन नजर आते हैं. ईशा इससे पहले 2012 की फिल्म 'चक्रव्यूह' में ऐसा ही पुलिस अधिकारी का रोल निभाया था और वह भी अपने किरदार में अच्छी लग रही हैं. बस फिल्म में उनका हरियाणवी बोलने का तरीका आपको जरूर अखरेगा. फिल्म का म्यूजिक याद करने लायक नहीं है और केवल ऊषा उत्थुप के गाए टाइटल सॉन्ग के अलावा आपको एक भी गाना स्टोरी के हिसाब से ठीक नहीं लगेगा.
क्यों देखें: थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं तो इस फिल्म से आप निराश होंगे.
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