मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पूर्व MLA शिशिर शिंदे ने शनिवार (17 जून) को पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने पार्टी प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा है कि एक साल पहले शिवसेना (UBT) का उपनेता नियुक्त किए जाने के बाद भी उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
शिशिर शिंदे का इल्जाम है कि 6 माह से उद्धव ठाकरे उनसे मिल भी नहीं रहे थे। तमाम प्रयासों के बाद भी पार्टी अध्यक्ष से मिलना असंभव हो गया था। वहीं, उनका यह भी कहना था कि मन मुताबिक काम करने के लिए नहीं मिल रहा था। शिशिर शिंदे ने उद्धव ठाकरे को जो पत्र सौंपा, उसमें लिखा कि 4 साल तक से उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई, फिर उन्हें अलंकारिक पद दिया गया जिसके कारण उनके चार वर्ष बरबाद हो गए।
बता दें कि, शिवसेना के तेजतर्रार नेता शिंदे 1991 में चर्चा में आए थे, जब उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर भारत-पाकिस्तान मुकाबला रोकने के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच खोद डाली थी। MNS चीफ राज ठाकरे के शिवसेना छोड़ने के बाद शिशिर शिंदे ने उनका समर्थन किया और शिवसेना छोड़ दी थी। फिर 19 जून 2018 को शिशिर शिंदे वापस शिवसेना में शामिल हो गए। शिशिर शिंदे 2009 में भांडुप विधानसभा क्षेत्र से MLA चुने गए थे। इसके बाद 2014 में हुए चुनाव में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा। 2018 में वह शिवसेना में वापस आ आए थे।
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