इंदौर: मध्य प्रदेश सरकार ने इंदौर में आइटी कंपनियों के मुफीद कास्मोपोलिट माहौल तैयार करने के लिए नाइट कल्चर को हरी झंडी दी थी। रातभर बाजार खुले रखने के शासन के फैसले पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सवाल उठा दिए हैं। बढ़ती आपराधिक घटनाओं के लिए उन्होंने नाइट कल्चर को जिम्मेदार ठहराया है। महापौर ने कलेक्टर तथा पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखकर कहा है कि नाइट कल्चर सांस्कृतिक शहर इंदौर की प्रतिष्ठा धूमिल कर रहा है।
इंदौर में कारोबार को गति देने के लिए रात्रिकालीन बाजार खोलने का फैसला लिया गया था। इसी के साथ पुलिस कमिश्नर प्रणाली भी इंदौर में लागू की गई। हालांकि, इसके पश्चात् से शहर में निरंतर बढ़ते अपराध भी लोगों को बेचैन कर रहे हैं। शहर से उठ रही इसी प्रकार की आवाज में महापौर ने सुर मिला दिए हैं। सत्ताधारी दल से ही जुड़े महापौर का नाइट कल्चर का विरोध करने से सियासत भी गर्माने के आसार है।
महापौर भार्गव ने कलेक्टर तथा पुलिस कमिश्नर को लिखी चिट्ठी में कहा है कि नाइट कल्चर ने सांस्कृतिक अतिक्रमण और अपराध के साथ अपसंस्कृति को बढ़ावा दिया है। रात्रिकालीन बाजारों की वजह से आए दिन अपराध, दुर्घटना और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं बढ़ रही है। ऐसी जानकारी निरंतर हम जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में भी आ रही है। ऐसे में शहरहित में रात्रिकालीन बाजारों की व्यवस्था पर पुनर्विचार करने की जरुरत है। महापौर ने सुझाव दिया है कि लोकतांत्रिक तरीके से शहर के जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों, पुलिस प्रशासन की संयुक्त बैठक बुलाकर इस व्यवस्था को लेकर फैसला लिया जाना चाहिए।