राजनांदगांवः छत्तीसगढ़ में पुलिस और सुरक्षाबलों द्वारा राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नक्सल उन्मूलन अभियान को पूरी तत्परता से चला रहे हैं। इसका असर भी दिख रहा है। बीते दिनों राज्य में कई माओवादियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है। नक्सल उन्मूलन अभियान से प्रभावित होकर राजनांदगांव क्षेत्र में सक्रिय एक हार्डकोर नक्सली ने सरेंडर किया है। नक्सली पर पांच लाख रुपये का इनाम था। नक्सली राजेश तोप्पा उर्फ अजीत ने सोमवार को राजनांदगांव पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
पुलिस ने कहा कि आत्मसमर्पित नक्सली मलाजखंड एरिया कमेटी का सक्रिय सदस्य था। दुर्ग रेंज के आईजी हिमांशु गुप्ता द्वारा आत्मसमर्पित नक्सली को पुनर्वास नीति के तहत 10 हजार स्र्पये प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। आत्मसमर्पित नक्सली पुलिस पार्टी पर एंबूश लगाकर हमला करने सहित कई वारदातों शामिल था। ज्ञात हो कि इससे पहले जनजागरूकता अभियानों से प्रभावित होकर सक्रिय नक्सली प्लाटून कमांडर ने आत्मसमर्पण किया था। इसपर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था।
यह नक्सली लीडर क्षेत्र में होने वाली नक्सल गतिविधियों का मास्टर माइंड था। छत्तीसगढ़ विधानसभा उपचुनाव में दहशत फैलाने के लिए सक्रिय नक्सलियों को मुंह की खानी पड़ी। किरंदुल थाना क्षेत्र के कुटरेम और समलवार के बीच जंगल में हुई मुठभेड़ में पुलिस और डीआरजी की संयुक्त फोर्स ने एनआइए की सूची में 36वें और 40वें स्थान पर शामिल दो हार्ड कोर नक्सलियों को मार गिराया था। दोनो नक्सली पर पांच-पांच लाख का इनाम था।
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