बांग्लादेश से घुसपैठ रोकने के लिए भारतीय सेना इस हाइटेक तरीके का कर रही उपयोग
बांग्लादेश से घुसपैठ रोकने के लिए भारतीय सेना इस हाइटेक तरीके का कर रही उपयोग
Share:

बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) अब हाइटेक तरीके का इस्तेमाल कर रही है. जिससे भारत बांग्लादेश सीमा पर लगातार हो रही घुसपैठ और तस्करी पर अंकुश लगाया जा सके. इस सीमा पर तस्करी और घुसपैठ की शिकायतें काफी बढ़ गई थी, इसको देखते हुए अब बीएसएफ की ओर से ये कदम उठाया गया है. सुरक्षा बल ने तस्करी और घुसपैठ रोकने के लिए यहां पर अत्याधुनिक ड्रोन के अलावा जमीन के नीचे और नदियों में सेंसर लगा दिए है.

महाराष्ट्र: विधानसभा में गरजे सीएम उद्धव ठाकरे, कहा- अब भी हिंदुत्व के एजेंडे पर...

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा इस्त्रायल से रिमोट से संचालित ड्रोन, सेंसर और थर्मल इमेजर भी खरीदे गए हैं. इससे पहले मार्च में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बांग्लादेश सीमा से लगे असम के धुबड़ी इलाके में एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली का उद्घाटन किया था, उसी के बाद से इस दिशा में ये कदम उठाया गया है.असम में बांग्लादेश से घुसपैठ का मुद्दा नया नहीं है, इस हिस्से से देश के विभाजन के बाद से ही सीमा पार से घुसपैठियों के आने का सिलसिला जारी है. घुसपैठ को लेकर ही 1980 के दशक में असम में 6 साल तक आंदोलन भी हो चुका है. इसके बाद भी सीमापार से तस्करी और घुसपैठ पर किसी तरह से रोक नहीं लग सकी. दरअसल असम की 263 किलोमीटर लंबी सीमा बांग्लादेश से सटी है. इसमें से 119.1 किलोमीटर का इलाका नदियों से जुड़ा है.

उपेंद्र कुशवाहा का उपवास हुआ ख़तम, शरद यादव ने तुड़वाया आमरण अनशन

अपने बयान में सेना का कहना है कि तस्कर पशुओं की तस्करी और इंसानों की घुसपैठ के लिए नदियों से लगे इलाके का ही इस्तेमाल करते हैं. सेना के जवानों का कहना है कि एक समय आता है जब 24 घंटे निगाह रखना मुश्किल होता है. मानसून के दौरान नदियों के उफनने की वजह से उन इलाकों में हमेशा निगाह नहीं रखी जा सकती है. इसी वजह से अब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से ऐसे इलाकों पर निगाह रखने के लिए ड्रोनों, थर्मल इमेजर व सेंसर के इस्तेमाल किया जा रहा है.

अवैध शराब कारोबारियों पर फूटा महिलाओं का गुस्सा, झाड़ू व लाठी-चप्‍पल से जमकर की पिटाई

शौचालय गई नाबालिग के साथ दुष्कर्म, पड़ोसी ही निकला आरोपी

डेविस कप : भारत ने पाकिस्तान को दी मात, हासिल की 3-0 की बढ़त

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -