शुक्रवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लोगों को आश्वासन दिया कि असम की धरती के संतानों का हक कोई छीन नहीं सकता. मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा, 'हमारी पहचान और भाषा को कोई खतरा नहीं है. किसी भी तरीके से असम का सम्मान प्रभावित नहीं होगा. हमारे पास हमेशा लोगों का समर्थन रहेगा और राज्य में हम शांति के साथ आगे बढेंगे.' नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के अधिकतर हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असम में भी हाई स्कूल TET परीक्षा की तारीखें को टाल दिया गया. यह परीक्षा 22 दिसंबर को होना था. असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंता ने बताया, 'नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हंगामे के 136 मामले दर्ज किए गए और इसमें 190 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि असम पुलिस ने बताया कि अब हालात सामान्य हैं और पिछले कुछ समय से किसी हिंसक घटना की खबर नहीं.
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