लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर हर दिन हलचल तेज़ हो रही हैं। गठबंधनों की राजनीति में कई साथी जुड़ रहे हैं तो कई साथी टूट भी रहे हैं। इन दलों में सपा की भूमिका अहम मानी जा रही है। जी हां, जनता परिवार महागठबंधन से अलग होने के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने अपने लिए बिहार चुनाव में अलग राह चुनीइस दौरान यह बात सामने आई है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव बिहार में तीसरे मोर्चे के गठन की तैयारी में हैं।
अब वे एनसीपी के सहयोग से तीसरा मोर्चा बनाने में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि उनके इस गठबंधन में नेशनल पीपुल्स पार्टी के साथ समाजवादी जनता दल - डेमोक्रेटिक भी शामिल होगा। ऐसे में अल्पसंख्यकों और यादवों की हितैषी मानी जाने वाली इस पार्टी की टक्कर असदुद्दीन औवेसी की पार्टी एमआईएम और उन दलों से होगा जिनके वोट बैंक के तौर पर यादवों का नाम लिया जाता है।
हालांकि कहा जा रहा है कि सपा और भाजपा की बिहार चुनाव को लेकर जनता परिवार से अलग होने की योजना एक सोची - समझी रणनीति है। अब तीसरे मोर्चे को लेकर सपा में कवायदें तेज़ हो गई हैं। सपा के वरिष्ठ पदाधिकारी रामगोपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें प्रोजेक्ट नहीं किया जा सकता। उन्होंने विधायकों द्वारा सीएम का चयन किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि तीसरे मोर्चे को सशक्त बनाने के लिए पटना में शुक्रवार को बैठक का आयोजन किया जा रहा है।