दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है. वही, अब भारत का वंदे भारत मिशन सफलता की नई कहानी गढ़ रहा है. इस मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाने की कवायद युद्ध स्तर पर चल रही है. आपको बता दें कि इस बार का मिशन खाड़ी युद्ध के दौरान किए गए ऑपरेशन डेजर्ट स्ट्रॉम से कहीं अधिक बड़ा है. दुनिया के इतिहास में 1990 में चलाया गया भारत सरकार का ये मिशन अब तक का सबसे बड़ा ऐसा मिशन रहा है जिसमें 1.70 भारतीयों को जोर्डन, अम्मान और कुवैत से सुरक्षित बाहर निकाला था.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह मिशन इसलिए भी काफी बड़ा है क्योंकि इस बार किसी एक देश से भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश नहीं लाना है बल्कि पूरी दुनिया से उन्हें लेकर आना है. कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की हालत पस्त कर दी है. इसकी वजह से पूरी दुनिया में करोड़ों लोग बेरोजगार हुए हैं जिनमें एक बड़ी संख्या भारतीयों की भी है. इसकी वजह से भारतीयों के सामने खाने की भी समस्या खड़ी हो गई है. ऐसे में भारत सरकार ने उन्हें वापस लाने की कवायद शुरू की है.
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वायरस से उत्पन्न भयावह परिस्थिति में विदेशों में बैठे करीब तीन लाख से अधिक लोगों ने स्वदेश वापसी के लिए अब तक रजिस्ट्रेशन करवाया है. वहीं वंदे भारत मिशन के तहत 7 मई 2020 से शुरु की गई एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की 43 इनबाउंड उड़ानों के जरिए 13 मई तक 8503 भारतीयों की स्वदेश वापसी हो चुकी है. इन भारतीयों ने बेहद बुरा वक्त बिता कर वापस अपनी मिट्टी को चूमा है. हालांकि अभी एक बड़ी संख्या ऐसी है जिसे उस दिन का इंतजार है जब वो भी अपनी धरती पर अपनों के बीच वापस आएंगे.
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