नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की 'मन की बात' कार्यक्रम के तुरंत बाद कांगेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने चुटकी लेते हुए कहा कि मोदीजी अपने मन की नहीं 'जनता की बात' करें । उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों से विवादित मुद्दों, जैसे ललित मोदी प्रकरण पर मोदी की चुप्पी का मुद्दा भी उठाया। नरेंद्र मोदी द्वारा 'मन की बात' कार्यक्रम में विवादित मुद्दों पर बात नहीं करना कांग्रेस को पच नहीं रहा है।
इस रविवार को मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में शेयर की गईं फोटोज से लेकर योग-दिवस और मानसून तक पर बात की। लेकिन, आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद को लेकर घिरी हुई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे के मुद्दे पर उनके द्वारा चुप रहने पर कांग्रेस ने उनपर निशाना साधा है।
ईद के संबंध में कुछ नहीं कहने पर नाराजी व्यक्त
पीएम मोदी के रक्षाबंधन पर बहनों को 'जनसुरक्षा' दिलाने की बात कहने पर आजाद ने कहा, ''बहुत अच्छा कहा, रक्षाबंधन है। हमारी भी हिंदू बहनें हैं लेकिन देश में 10-15 करोड़ मुस्लिम भी हैं, रमजान का वक्त है । क्या पीएम ने इसके बारे में कुछ बात की ? सब मिलकर ईद मनाएंगे, फिर दिवाली मनाएंगे।''
नादान हैं, जो आडवाणी की बात ना समझे: आज़ाद
वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा आपातकाल के 40 वर्ष हो जाने के अवसर पर दिए इंटरव्यू पर भी ग़ुलाम नबी आजाद ने कहा, ''आडवाणी जी ने कोई इशारा नहीं किया, उन्होंने हर बात साफ-साफ की, लेकिन जो ना समझे वो नादान है।'' करोड़ों रुपए की आर्थिक गड़बड़ी के आरोपी ललित मोदी को भारत वापस लाने संबंधी कांग्रेस की कोशिश पर आजाद ने कहा कि UPA सरकार ने ललित मोदी को भारत वापस लाने के लिए ब्रिटेन पर दबाव बनाया था, लेकिन मोदी सरकार तो भाग रही है, दौड़ रही है। कांग्रेस की ही तरह आम आदमी पार्टी भी ललित मोदी मुद्दे पर मोदी की चुप्पी को भुनाने की कोशिश में लग गई है।