मंदसौर से संदीप गुप्ता की रिपोर्ट
मंदसौर। भोपाल में विधानसभा का सत्र शुरू हो गया हैं। गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़ सत्र में सहभागीता कर रहे हैं। इस दौरान विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यो एवं गतिविधियों की मांग को लेकर अलग अलग मंत्री एवं अधिकारियों से भेंट कर रहे हैं। इस दौरान श्री धाकड़ ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान से भेंट की और विधानसभा क्षेत्र की चर्चा की। उन्होने भानपुरा से भेंसोदा व्याहा लोटखेड़ी व कालाकोट से भेंसोदा रोड स्वीकृत करने की मांग मुख्यमंत्री श्री चौहान से की। श्री धाकड़ ने कहा लंबे समय से उक्त सड़क की स्वीकृत की मांग की जा रही हैं। इसके बनने से ग्रामीणों एवं राहगीरों की राह आसान होगी। इसके अलावा विधायक धाकड़ ने पुनः गरोठ को जिला बनाने की मांग भी मुख्यमंत्री के सामने रखी और उक्त मांग के संबंध में पत्र भी सौंपा।
पत्र में श्री धाकड़ ने बताया लम्बे समय से गरोठ को जिला बनाने की मॉंग को लेकर मैने आपसे आग्रह किया है । मन्दसौर जिला स्थान से गरोठ व भानपुरा के सीमावर्ती ग्रामों की दूरी लगभग 170 किलोमीटर है । विगत 30 वर्षों से गरोठ की जनता जिले की मांग करते हुए आ रही है पूर्व में भी गरोठ जिला बनाने हेतु आम जनता द्वारा धरना एवं आंदोलन किए गए वर्तमान में गरोठ-भानपुरा विधानसभा का अंतिम छोर जिला मुख्यालय से 170 कि.मी. की दूरी पर स्थित है एवं मध्यप्रदेश में इतने क्षेत्रफल की दृष्टि से अन्य कोई जिला नहीं है ना ही कहीं अन्य जिले में आम जनता को जिला मुख्यालय पर इतनी दूरी तय करना पड़ती है । गरोठ-भानपुरा विधानसभा की जनता का एक सपना मात्र गरोठ जिला बनाना है, पूर्व में भी समय समय पर जनता की मांग अनुसार आपको अवगत करवाया है।
गरोठ जिला की मांग कई वर्षो पूर्व से स्व. सुन्दरलाल जी पटवा के मुख्यमंत्रीत्व काल से लगातार चलती आ रही है व तत् समय जिला बनाओं आंदोलन हुआ था जिसमें सभी राजनैतिक पार्टियों के लोग शरीक थे। उक्त आन्दोलन के समय पूर्व मुख्यमंत्री श्री श्यामाचरण शुक्ल व श्री दिग्विजयसिंह आदि नेताओं ने गरोठ में सभाकर सरकार आने पर जिला बनाने का आश्वासन दिया था । उसके बाद दिग्विजयसिंह जी की कांग्रेस सरकार आने पर भी जिला नही बना तो अभी तक जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है व यह जनता के लिए ज्वलन्त मुद्दा है । स्टेट टाइम पर गरोठ जिला रहा है यहां पर शासकीय कार्यालयों एवं अधिकारियों के निवास आदि के लिए भी पर्याप्त शासकीय भूमिया स्थित है । सुवासरा, शामगढ़, गरोठ व भानपुरा ऐसी चार तहसीलों का भौगोलिक क्षेत्र जिसमें गाँधीसागर पठार एवं पुरा वन विभाग का क्षेत्र भी आता है यह भौगोलिक क्षेत्र एक जिले के लिए पर्याप्त है । राष्ट्रीय राजमार्ग की बहुप्रतीक्षित 8 लेन दिल्ली-मुम्बई राजमार्ग की योजना में 2 प्रमुख कोरीडोर भी गरोठ सीमा के अन्तर्गत सम्मिलित है उज्जैन-गरोठ 4 लेन हाईवें का कार्य प्रगति पर है । रेल मार्ग से भी प्रमुख मार्गो की सुगम सम्पर्कता गरोठ में उपलब्ध है । गरोठ जिला बनाने की मांग जो वास्तव में सुदृढ़ आधारों पर आधारित होकर स्वीकार योग्य है। जनता को आपसे पूर्ण अपेक्षा एवं विश्वास है कि इस मांग को आप जल्द से जल्द पुर्ण करेगें ।
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