भोपाल: देश में विधानसभा चुनाव के चलते मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान हुआ है। जानकारी के अनुसार बता दें कि प्रदेश में मतदान का रिकॉर्ड बनाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया पर बड़े शहरों ने खेल बिगाड़ दिया है। बता दें कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर से काफी उम्मीद थी, लेकिन किसी भी शहर में वृद्धि दो फीसदी तक भी नहीं पहुंची।
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इसके साथ ही इसकी वजह से 80 फीसदी मतदान का लक्ष्य दूर रह गया है। जबकि मतदाता जागरुकता अभियान के तहत बड़े शहरों में खूब गतिविधियां हुई थीं। यहां बता दें कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने भी गुरुवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि शहरों में मतदान बढ़ाने के लिए और प्रयास किए जाएंगे।
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कहां क्या रही स्थिति
जिला मत प्रतिशत 2018 2013
भोपाल 65.40 63.89
इंदौर 71.44 70.61
जबलपुर 70.38 69.39
ग्वालियर 62.64 60.93
बालाघाट 80.19 79.98
सिवनी 80.19 79.33
नरसिंहपुर 81.33 79.52
शाजापुर 82.22 81.14
बुरहानपुर 76.62 75.65
मंडला 78.20 75.47
डिंडौरी 79.04 78.05
भिंड 61.57 60.12
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में लगभग 20 सीटें ऐसी भी रहीं, जहां 2013 की तुलना में मतदान प्रतिशत घटा है। सर्वाधिक पौने छह फीसदी की कमी ग्वालियर सीट पर हुई। यहां मतदान 60.77 प्रतिशत से घटकर 55.05 रह गया। इसके अलावा बता दें कि इसी तरह लहार, बालाघाट, जबलपुर पूर्व, लखनादौन, ब्यौहारी, पुष्पराजगढ़, सीहोरा, सेवड़ा, नरसिंहगढ़, कुक्षी, मुंगावली, इंदौर-4, इंदौर-5, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, भोपाल मध्य और गोविंदपुरा सीट पर मत प्रतिशत कम हुआ है।
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