नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट Omicron के चलते पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना का ये नया वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला था. यहां के वायरोलॉजिस्ट वोल्फगैंग प्रीजर ने सबसे Omicron की पुष्टि की थी. स्थानीय मीडिया को दिए इंटरव्यू में प्रोफेसर वोल्फगैंग तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों और नए वैरिएंट के बारे में बहुत हैरानी करने वाली जानकारी दी है. उन्होंने एक बड़ी आबादी के Omicron से संक्रमित होने की आशंका जताई है.
प्रोफेसर वोल्फगैंग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, 'ये नया वैरिएंट बहुत अधिक संक्रामक है. इस वैरिएंट के संक्रमण से बचना लगभग असंभव है.' इससे पहले उन्होंने अनुमान जताया था कि दक्षिण अफ्रीका में जल्द ही इसके केस कम हो जाएंगे. वहां Omicron के मामलों में अब तेजी से गिरावट आ रही है. प्रोफेसर वोल्फगैंग ने लोगों को सतर्क करते हुए कहा है कि, 'पहले के स्ट्रेन की तुलना में Omicron भले ही कम घातक हो, किन्तु हम अभी भी मरीजों को इस वैरिएंट से मरता देख रहे हैं.'
बता दें कि Omicron का पहला केस नवंबर में मिला था. इसके बाद से पूरे विश्व में इसके केस दोगुनी तेजी से बढ़े हैं. प्रारंभिक डेटा से पता चला है कि अन्य वैरिएंट्स की तुलना मे Omicron हल्की बीमारी ही करता है, मगर फिर भी वैज्ञानिक इस बात को लेकर आगाह कर रहे हैं कि मामले बढ़ने का दबाव स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ सकता है. प्रोफेसर वोल्फगैंग ने कहा कि, 'अभी तक ये सामान्य सर्दी-जुकाम वाला वायरस साबित नहीं हुआ है, मगर अच्छी खबर ये है कि ये उसी दिशा जा रहा है. हालांकि, बुरी खबर ये है कि इस प्रकार के वैरिएंट के इन्फेक्शन से बचना असंभव होगा.'
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