FIFA अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप की सबसे कमजोर टीमों में से एक इंडिया मंगलवार को यहां जब अमेरिका के अपना अभियान शुरू करना तो उसका प्रयास इस मजबूत टीम को कड़ी टक्कर देने की होने वाली है। इंडिया ने मेजबान के रूप में आयु वर्ग के इस वैश्विक टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया है। इंडिया के साथ साथ मोरक्को और तंजानिया इस टूर्नामेंट में पदार्पण करने वाली टीमों में शामिल हैं। इंडिया टीम ग्रुप A में है जहां अमेरिका और मोरक्को के अलावा ब्राजील की टीम है।
इंडिया के मुख्य कोच थॉमस डेनरबी टीम की तैयारियों से संतुष्ट हैं और कह चुके हैं कि मेजबान टीम के विरुद्ध गोल करना कठिन होगा । यहां के कलिंगा स्टेडियम में अमेरिका के विरुद्ध एक अंक हासिल करना भी इंडिया टीम के लिए बड़ी उपलब्धि होने वाली है। अमेरिका उत्तरी एवं मध्य अमेरिका और कैरेबियाई इलाके (कोनकाकैफ) के विजेता के तौर पर इस टूर्नामेंट में पहुंचा है और टीम जीत के साथ आगाज करना चाह रही है। उसे पूरी तरह पता है कि इंडिया के विरुद्ध कोताही बरतने का उसे खामियाजा भुगतना पड़ सकता है क्योंकि ग्रुप में ब्राजील भी है। चारों ग्रुप से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल खेलेंगी लिहाजा हर मैच बहुत महत्वपूर्ण है।
इंडियन टीम ने टूर्नामेंट से पहले इटली, नॉर्वे और स्पेन का दौरा किया है हालांकि उसने यूरोप और दक्षिण अमेरिका की मजबूत टीमों के विरुद्ध नहीं खेला है । डेनेरबी ने बोला है ,‘‘ अमेरिका का पलड़ा भारी होगा लेकिन कागजों पर । फुटबॉल 90 से 95 मिनट तक खेला जाता है और हम अमेरिका को मात दे सकते है। हमने फरवरी से बहुत पक्की तैयारी की है और हम इस टूर्नामेंट के लिये पूरी तरह से तैयार हैं ।'' दिन के अन्य मैचों में मोरक्को का सामना ब्राजील से जबकि चिली का न्यूजीलैंड से होगा । वहीं जर्मन टीम ग्रुप बी में नाइजीरिया से होने वाली है।
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