कराची : पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अलपसंख्यक हिंदुओं की दुर्दशा पर अमेंरिका की संसद ने चिंता व्यक्त की हैं। साथ में कहा कि पाकिस्तान सिंध प्रांत मे हिंदुओं के लियें मोंलिक अधिकार भी प्रदान नही कर रहा है। वही दूसरी ओर पाकिस्तान के एक हिंदू संगठन ने विवादास्पद हिंदू विवाह विधेयक से वह धारा को हटाने के लियें कहां कि जिसमें अगर पति-पत्नी में से किसी एक ने धर्म परिवर्तन किया तो शादी को अवैध करार दिया जाऐगा।
सूत्रों के मुताबिक
पाकिस्तान हिंदू परिषद के संरक्षक का मानना हैं कि, इस प्रांवधान से सिंध ग्रामीण इलाकों में रहने वाले हिंदू महिला-पुरूष के लिए काफी बढ़ी समस्या उभर के समाने आ सकती है। क्योंकि इन अल्पसंख्यक महिला-पुरूष की स्थिति काफी ज्यादा कमजोर है। सूत्रों के अनुसार ज्ञात हुआ है कि, पाकिस्तान में रह रहें हिंदू काफी समय से मांग कर रहे है, कि उन्हें विवाह संबंधी कानून मिले। ताकि वह धर्म परविर्तन जैसी समस्याओं से महिलाओं को मुक्ती दिला सकें। पर पाकिस्तान सरकार इस तरह से कोई एक्शन नही ले रही है। कि जिस से सिंधप्रांत के हिंदुओं की विवाह संबंधी विवादों को सुलझाया जाऐ।
हालाकि पाकिस्तानी संसद की विधि मामलों की समिति ने इस विधेयक को अपनी ग्रीन लाइट बता दी है।
विधेयक से होनी वाली हांनि
इस विधेयक से अल्पंसख्यक हिंदू समाज की महिलाओं को काफी परेशानी हो सकती है। वही हिंदू
परिषद विवादस्पद नजर आ रही है।
सिंधप्रांत में होगा प्रावधान लागू
पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने कहा था कि सिंध्र प्रांत में महिलाओं के लिए सबसें ज्यादा इस प्रावधान से खतरा हैं ।इसलिए पाक सरकार ने यह फैसला लिया है कि सबसें पहले वह सिंध प्रांत में ही यह प्रावधान को शुरू करेगा। यहां तक सिंध प्रांत की कुछ विधान सभाओं में यह प्रावधान को पेश भी कर दिया गया है।