भारतीय काव्य संग्रह में कविता दिवस का महत्व
भारतीय काव्य संग्रह में कविता दिवस का महत्व
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भारत में कविताओं का दौर बहुत लंबे समय से चला आ रहा है। देश की मातृभाषा हिन्दी में प्रसिद्ध ​कविताओं का लेखन किया गया है, हमारे देश में अनेक कवि हुए हैं और उन्होंने कई कविताएं भी ​लिखी जो अजर अमर हो गई। देश में कविता को बढ़ावा देने के लिए चलाए गए एक अभियान में कविता दिवस को शामिल किया गया है। 

1994 में विलियम सिघर्ट ने कविता दिवस की शुरुआत की थी। कविता दिवस प्राय: सभी देशों में मनाया जाता है, भारत में ​कविता दिवस के लिए होने वाले आयोजन व्यापक स्तर पर होते हैं और इसके लिए ​कई तरह के पुरस्कारों का वितरण भी किया जाता है। विश्व में कविताओं का एक अलग ही स्थान है। भारत में भी अनेकों कवि हुए और उन्होंने अपनी रचनाओं से इतिहास के पन्नों को भर दिया है। 

विश्व के प्रत्येक देश में मनाया जाना वाला कविता दिवस बड़े ही हर्ष के साथ मनाया जाता है। एतिहासिक स्तर पर इसके कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और इसमें अनेकों कवियों की कविताओं के संग्रह को रखा जाता है। इस दिन सभी संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैंं जिसमें प्रत्येक वर्ग के लोग हिस्सा लेकर अपनी अपनी कविताओं को प्रदर्शित करते हैं। 

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