पुणे : फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है यहाँ छात्र लगातार उनका विरोध कर रहे हैं. छात्रों के आंदोलन के बीच गजेंद्र चौहान ने कल सोमवार को कहा कि वह अपना पद नहीं छोड़ेंगे. लेकिन मुद्दे का हल निकालने के लिए आंदोलनरत छात्रों और सरकार के बीच मध्यस्थता करने को तैयार हैं. गौरतलब है कि सरकार के फैसले के खिलाफ FTII छात्रों का आंदोलन 90 से भी ज्यादा दिनों से चल रहा है. चौहान को अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने के खिलाफ 3 छात्र अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं.
भूख हड़ताल पर गजेंद्र चौहान ने कहा कि यह किसी बात का समाधान नहीं है और छात्रों को मुद्दे के हल के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संपर्क करना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या वह गतिरोध को दूर करने के लिए पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि ‘‘मैं कोई गैर जिम्मेदार व्यक्ति नहीं हूं. मंत्रालय जिस वक्त मुझे ज्वाइन करने का निर्देश देगा, मैं ज्वाइन करूंगा और अपना काम शुरू कर दूंगा. मैंने कई बार कहा है कि हमें मेज पर आमने सामने बैठना चाहिए, मुद्दे का हल करना चाहिए और मिल कर काम करना चाहिए. मैं छात्रों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए भी तैयार हूं.’’
विद्यार्थियों का दावा है कि चौहान इस पद के काबिल नहीं हैं और उनकी नियुक्ति राजनीति से प्रेरित है. विद्यार्थियों ने मामले के समाधान के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित 190 प्रख्यात फिल्म निर्माताओं व कलाकारों से मामले में हस्तक्षेप की अपील की है.