फरीदाबाद. उत्तरप्रदेश के गांव सुनपेड में हुए अग्रिकांड मामले में CBI के द्वारा अपनी हिरासत में लिए गए दो वकीलों से खफा होकर बुधवार को जिला बार एसोसिएशन ने कोर्ट परिसर में हड़ताल शुरू कर दी. इस हड़ताल के कारण वकीलों ने कोर्ट में एक भी मामले में पैरवी नही की. तथा यह सभी वकील अदालत परिसर में दिनभर ही धरने पर बैठे रहे. इस मामले में जेपी अधाना जो की जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अधिवक्ता है उन्होंने अपनी जानकारी में दोहराया है की सुनपेड़ कांड मामले में सीबीआई टीम ने इस केस में नामजद पांच लोगों को दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था। इनमें जिला अदालत के दो वकील एदल सिंह रावत व जगत सिंह भी सम्मिलित थे।
CBI पर आरोप है की उसने गांव के कुछ रहनुमाई में बुलाया था व CBI ने मुख्यालय पर पहुंचने पर गांव के लोगों को बैरंग लौटाते हुए सभी 5 लोगो को अपनी हिरासत में ले लिया व सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियो ने गांववालों से कहा की इस मामले में उन पर भारी दबाव है. जिसके कारण इनकी गिरफ्तारी हमारी मजबूरी है. इस पर जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अधिवक्ता जेपी अधाना ने कहा की CBI का यह द्वेश पूर्ण रवैया पूरी तरह से गैर कानूनी है.
उन्होंने कहा की जब इस मामले में जाँच चल रही है तो फिर गिरफ्तार की क्या जरूरत रह गई. उन्होंने कहा की इस मामले में सीबीआई बिना वजह ही अपनी जाँच को किये आरोपियों को प्रताड़ित कर रही है. अधाना ने कहा की यह मामला पूरा ही शीशे की तरह साफ है. इस कांड में आग बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से लगाई गई थी।