गुवाहाटी। असम में पूर्व सैनिक और उसकी पत्नी से नागरिकता को लेकर प्रमाण पत्र मांगा गया है। इस मामले में जानकारी सामने आई है कि, सेना में 18 वर्ष हवलदार की नौकरी करने वाले सेवानिवृत्त मेहरूद्दीन अहमद और उनकी पत्नी हुस्नायरा को विदेशी ट्राइब्यून की ओर से नोटिस जारी किया गया है। उक्त नोटिस में कहा गया कि, इन दोनों द्वारा बिना किसी वैध दस्तावेज के 25 मार्च 1971 के बाद भारत में प्रवेश लिया गया।
अहमद को ये नोटिस मिला तो उन्हें बेहद आश्चर्य हुआ। उनका कहना था कि, आपने पूरा जीवन देश के नाम कर दिया, ऐसा होना केवल दुर्भाग्य ही है। बीते माह सेना के जूनियर कमीशन्ड अधिकारी अजमल अधिकार को असम के कामरूप जिले में ऐसा नोटिस दिया गया।
ये देश के विभिन्न क्षेत्रों में पोस्ट किए गए हैं, उनकी पत्नी हुस्नायरा को विदेशी ट्राइब्यून द्वारा नोटिस जारी कर दिया गया। उनसे 6 नवंबर को न्यायालय के सामने प्रस्तुत होने के लिए कहा गया। मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2004 में सेवानिवृत्ति के समय वे पंजाब के बठिंडा में नियुक्त थे।
वे बारपेटा निवासी हैं, उनकी पत्नी हुस्नायरा बारपेटा में जन्मी थीं। उनका कहना था कि जीवनभर उन्होंने देश की सेवा की मगर अब सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें इस तरह का प्रमाणपत्र देना पड़ रहा है। वे बारपेटा निवासी हैं।
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