काठमांडू: नेपाल में नए संविधान के गठन के बाद उपजे असंतोष और उप्रदवों के हालात के चलते भारत की ओर से आने वाले ईंधन की आपूर्तिकर्ता वाहनों को रोक दिया गया था। जिसके कारण नेपाल में ईंधन की किल्लत बढ़ गई थी। अब तो ईंधन की कमी से हालात और बिगड़ गए हैं। पैट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। यही नहीं ईंधन की कमी का असर घरेलू उड़ानों पर भी हो रहा है। हालात ये हैं कि नेपाल में जाने वाली घरेलू उड़ानों को रोक दिया गया है। नेपाल आॅयल काॅर्पोरेशन द्वारा देश में तेल वितरण के कार्य को आपात स्थिति के चलते रोक दिया गया है।
काॅर्पोरेशन के प्रबंधन ने कहा है कि उनके पास केवल आपात स्थिति का ही तेल भंडारण मौजूद है। उल्लेखनीय है कि नेपाल आॅयल काॅर्पोरेशन द्वारा देश में तेल वितरण को लेकर इंकार कर दिया गया। प्रबंधन ने कहा कि अब तो बस आपात स्थिति का ही तेल बचा है। उल्लेखनीय है कि मधेसी आंदोलन के कारण भारत से नेपाल ट्रकों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई।
नेपाल आॅयल काॅर्पोरेशन के निदेशक गोपाल बहादुर खडका द्वारा कहा गया कि बीते पांच वर्षों में भारत से की जाने वाली आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस दौरान उन्होंने कहा है कि उपभोक्ताओं को ईंधन नहीं मिल सका। उनका कहना था कि ईंधन प्राप्त करने के प्रयास सफल नहीं हुए। मगर ईंधन के लिए भी भी प्रयास किया जा रहा है। माना जा रहा है कि नेपाल फिर से इस मसले पर भारत से चर्चा कर सकता है।