दिल्ली : मेट्रो रेल कॉरपोरेशन बोर्ड ने सोमवार को एक बार फिर मेट्रो फेज - 4 को मंजूरी दे दी गई है। नई डीपीआर में प्रोजेक्ट की लागत, लोन और अंशदान में संशोधन किया गया है।इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले 6 कॉरिडोर की लागत तीसरी बार कम करते हुए 55,208 करोड़ रुपये से घटाकर 46,885 करोड़ रुपये की गई है। साथ ही दिल्ली सरकार व जापान की फंडिंग एजेंसी जाइका की हिस्सेदारी भी बदल गई है। अधिकारियों को कहना है कि फेज-4 को अब दिल्ली सरकार की मंजूरी का इंतजार है। संभावना है कि इसी सप्ताह परिवहन विभाग इसका प्रस्ताव कैबिनेट में पेश करेगा।
पांच साल में तैयार होगा प्रोजेक्ट
बता दे की डीएमआरसी ने पहली बार अक्तूबर-2014 में फेज-4 की डीपीआर दिल्ली सरकार को भेजी थी। उस समय छह कॉरिडोर वाले इस फेज की लागत 55,208 करोड़ रुपये आंकी गई थी। दूसरी बार में इसकी लागत घटकर 52,625 करोड़ रुपये बताई गई। तीसरी बार डीएमआरसी ने महंगाई दर 7 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी की तो लागत 46,885 करोड़ रुपये रह गई। बजट में बदलाव से पहले प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए बोर्ड के सामने रखा गया। वही अधिकारीयो की माने तो 103.93 किमी लंबे 6 कॉरिडोर वाले इस फेज को दिल्ली कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जायेगा। वही से मंजूरी मिलने के बाद इस फेज की टेंडर आदि से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी होंगी। डीएमआरसी ने जमीनी स्तर पर काम शुरू होने के पांच साल के भीतर प्रोजेक्ट तैयार करने का लक्ष्य रखा है।
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