नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारका के मणिपाल प्राइवेट हॉस्पिटल ने कोरोना महामारी के दौरान ऐसा काम कर दिया, जो मेडिकल इतिहास में आज तक कभी नहीं हुआ. यहां अस्पताल प्रबंधन ने एक ईसाई महिला का शव हिन्दू परिवार को सौप कर अंतिम संस्कार तक करवा डाला. जब मामला सामने आया तो हड़कंप मच गया. इसके बाद अस्पताल ने मामले को दबाने के लिए ईसाई और हिन्दू परिवार को डरने की कोशिश की. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
दरअसल, ईसाई पादरी Garikapati parisuddam को 14 सितंबर को द्वारका के मणिपाल अस्पताल में एडमिट कराया गया था. यहां उनकी मौत हो गई. इसके बाद Garikapati के शव को जब परिजन लेने के लिए आए तो उन्हें कोरोना संक्रमित स्नेह कोहली का शव दिखाया गया. फिर परिवार ने बवाल शुरू कर दिया. कई घंटे के बाद अस्पताल की लापरवाही का राज खुला. इसके बाद पता चला कि ईसाई महिला Garikapati का शव कोहली फैमिली को सौंप दिया गया और उन्होंने ईसाई महिला का अंतिम संस्कार तक हिंदू रीति रिवाजों के हिसाब से कर दिया. जब Garikapati के घर वालों ने कोहली फैमिली को पूरी बात बताई तो उनके होश उड़ गए कि हॉस्पिटल ऐसा कैसे कर सकता है.
दोनो परिवार सकते में आ गए फिर जमकर हंगामा मचा. पुलिस और दिल्ली सरकार तक जब बात पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया. मणिपाल अस्पताल पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने फ़ौरन केस दर्ज कर सिया. साथ ही दिल्ली सरकार भी हरकत में आ गई. अस्पताल में आला अधिकारी पहुंचे. वहीं, अस्पताल प्रशासन कुछ भी बोलने से कतरा रहा है.
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