JNU विवाद : CPI नेता डी. राजा की बेटी भी विवाद में शामिल
JNU विवाद : CPI नेता डी. राजा की बेटी भी विवाद में शामिल
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नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में देश विरोधी नारे लगाने के मामले में विश्‍वविद्यालय के विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और CPI नेता डी. राजा ने शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. इस बीच भाजपा सांसद महेश गिरी ने पूरी घटना में डी. राजा की बेटी अपराजिता राजा के शामिल होने की बात कही है. गिरी का आरोप है कि जो लोग देश विरोधी नारे लगा रहे थे उनमें डी. राजा की बेटी भी शामिल थी.

गृहमंत्री से मुलाकात के बाद येचुरी ने पुष्टि की कि सरकार ने जिन 20 छात्रों की सूची बनाई है, उनमें डी. राजा की बेटी का नाम भी शामिल है.वहीं डी. राजा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह सब बेबुनियाद है मैं और मेरी बेटी की देशभक्ति पर कोई सवाल खड़ा नहीं कर सकता.

भाजपा सांसद महेश गिरी ने ट्विटर पर एक तस्वीर जारी की है. उनका कहना है कि पहली तस्वीर वामपंथी नेता डी. राजा की JNU में पढ़ रही बेटी अपराजिता राजा की है जो फेसबुक से ली गई है. वहीं दूसरी तस्वीर उस वीडियो से ली गई हैं जब वह JNU में देशविरोधी नारे और उग्ररूप कर रहे लोगों में शामिल थीं.

येचुरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने देश के उच्‍च्‍ संस्‍थानों में RSS की सोच लागू करने की कोशिश की जा रही है. हमने गृहमंत्री से मिलकर मांग की है कि मामले में बेकसूर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग नारे लगा रहे थे और जिन लोगों पर देशद्रोह का आरोप लगा है वो दोनों अलग अलग लोग हैं.

येचुरी ने वीडियो की सत्‍यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसमें कॉरेड डी राजा की बेटी के होने की बात भी कही जा रही है लेकिन यह कौन साबित करेगा की यह वीडियो फुटेज सही है. पहले तो यह साबित किया जाए की यह घटना वहां हुई है. हमने गृहमंत्री से कहा है कि यह घटना इमरजेंसी के हालातों से भी बदतर है. इस पर उन्‍होंने आश्‍वासन दिया है कि मामले में बेगुनाहों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी.

आपको बता दें कि इस मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को लरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों में दिए अपने संबोधन में कहा था कि कि भारत विरोधी नारा लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

क्या है मामला?

गौरतलब है कि 9 फऱवरी को JNU में वामपंथी और दलित संगठनों से जुड़े छात्रों ने संसद पर हमले के मुख्य दोषी अफजल गुरु की बरसी मनाई इसमें कश्मीर के छात्र भी शामिल थे. इतना ही नहीं इसके लिए JNU कैंपस में एक सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आय़ोजन भी किया गया था और इस दौरान देश विरोधी नारे भी लगाए गए थे.

JNU प्रशासन इस बात की जांच करने में लगा हुआ है कि इजाजत नहीं मिलने के बाद भी कैंपस में अफजल गुरु की बरसी का कार्यक्रम कैसे किया गया.

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