चीन के शंघाई में कोविड के केसों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. इसके चलते वहां हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है, गवर्नमेंट ने संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन का हथकंडा अपनाते हुए तालाबंदी की जा चुकी है. अब आलम ये है कि कारोबार के बड़े केंद्र वाले इस शहर से लोग भागने के लिए मजबूर हो चुके है. स्थानीय पैकर्स और मूवर्स के साथ ही कुछ कानूनी फर्मों का बोला है कि चीन के सबसे अहम् शहर शंघाई से लोग तेजी से हिस्सा लेने लगे है. जबकि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया में माध्यम से लोगों से सलाह ली है कि शहर में लॉकडाउन लगा हुआ है, प्रतिबंध के मध्य वह शहर छोड़ने के लिए क्या उपाय करने वाले है.
ढाई करोड़ की आबादी वाले शहर में हाहाकार: ढाई करोड़ की आबादी वाले शहर में मल्टीनेशनल कंपनियों की भरमार देखने के लिए मिली है. यहां भारी तादाद में विदेशी रहते हैं, लेकिन कोविड के केस बढ़ने के उपरांत इन्होंने यहां से पलायन करना शुरू कर कर चुके है. इंटरनेशनल मूवर्स शंघाई M&T के संस्थापक माइकल फाउंग ने बोला है कि आम तौर पर हमें हर महीने तकरीबन 30-40 ऑर्डर भी मिल रहे है. लेकिन इस महीने इस तरह के ऑर्डर में भारी वृद्धि हुई है.
शंघाई के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश: कोविड संक्रमण के प्रकोप के चलते चीन के बीजिंग शहर के सभी स्कूलों को बंद किया जा चुका है. सरकारी आदेश में बोला गया है कि कोरोना की रोकथाम के लिए इस तरह के फैसले लेना अवश्य है, लिहाजा स्कूलों में कक्षाएं तत्काल प्रभाव से बंद की जानी चाहिए. हालांकि अभी इस बात की सूचना नहीं दी गई है कि दोबारा से स्कूल कब बहाल किया जाने वाले है. इसके साथ ही ऑनलाइन क्लास का भी विकल्प नहीं दिया गया है. इसके अलावा बीजिंग के चाओयांग जिले में 2 हाउसिंग सोसाइटी के लोगों को घर के अंदर रहने के कड़े निर्देश भी जारी कर दिए है. साथ ही इस क्षेत्र में कुछ क्लीनिक और व्यवसाय बंद करा दिए गए हैं.
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