ईटानगर : सुप्रीम कोर्ट ने भले ही अरुणाचल प्रदेश के मामले में फैसला कांग्रेस के पक्ष में सुनाया हो, लेकिन यह मामला इतनी आसानी से खत्म होता नहीं दिख रहा है। नबाम तुकी की सरकार को वापस सत्ता में आने के लिए बहुमत साबित करना होगा, जो कि अब सरकार के लिए टेढ़ी खीर है। बीते कुछ माह में हुए घटनाक्रमों के कारण सरकार अल्पमत में है।
जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब उसके पास 42 सीटें थी, लेकिन पार्टी के 20 विधायकरों ने पार्टी से बगावत कर दी और बीजेपी से हाथ मिला लिया। बीजेपी के पास 11 सीटें है और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश के पास 5 और 3 निर्दलीय विधायक है। बागी नेताओं के बीजेपी से हाथ मिलाने के कारण अब उनकी संख्या 31 हो गई है।
अब ऐसे में यदि नबाम तुकी की सरकार को बहुमत साबित करना हुआ तो बागी इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते है। फैसले के बाज बीजेपी सदन में अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है या तो विधानसभा अध्यक्ष खुद कांग्रेस को बहुमत साबित करने के लिए तलब कर सकती है। किसी भी स्थिति में कांग्रेस के 20 बागी ही राज्य में सरकार का भविष्य तय करेंगे। राज्य में विधानसभा चुनाव 2019 में होंगे।