जेनेवा: भारत और अमेरिका ने मिलकर एक बार फिर आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकी घोषित करवाने की कोशिश की, मगर पाकिस्तान के परम मित्र चीन ने इस मामले में चौथी बार रोड़ा अटका दिया। बता दें कि, भारत काफी समय से कोशिश कर रहा है कि इस खतरनाक आतंकी संयुक्त राष्ट्र (UN) की लिस्ट में सूचीबद्ध किया जाए, मगर चीन का आतंक प्रेम हर बार आड़े आ जाता है। चीन इस मुद्दे पर लगातार पाकिस्तान का साथ दे रहा है। भारत और अमेरिका ने 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत UN में शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकी के तौर पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव पेश किया था।
बता दें कि, महमूद काफी समय से लश्कर का सरगना है। वह 2007 से ही इस संगठन का सक्रीय आतंकी है। अमेरिका में ओबामा सरकार के दौरान भी शाहिद महबूब की शिनाख्त आतंकी के रूप में की गई थी। अमेरिका की एक प्रेस रिलीज़ में भी कहा गया था कि महमूद भारत और अमेरिका पर हमला करने की साजिश रच रहा है। वह जमात-उद-दावा और हाफिज शईद के साथ भी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे चुका है। लंबे समय से वह भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।
26/11 हमले का मास्टरमाइंड साजिद मीर भी महमूद का करीबी है। सितंबर में भारत ने साजिद मीर को भी अंतर्राष्ट्रीय आतंकी की सूची में लाने का प्रस्ताव पेश किया था, मगर उस समय भी चीन ने ही रोड़ा अटका दिया था। अमेरिका ने फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) को आतंकी संगठन की सूची में शामिल किया है। भारत में भी FIF और महमूद के खिलाफ NIA ने टेरर फंडिंग का केस दर्ज किया है।
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