बाबरी मस्जिद मामले में नरसिंह राव ने की थी घातक राजनीतिक भूल
बाबरी मस्जिद मामले में नरसिंह राव ने की थी घातक राजनीतिक भूल
Share:

मुंबई : पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव को वर्ष 1992 में होने वाले बाबरी मस्ज़िद विध्वंस का अंदेशा पहले से था। इस मामले में उन्हें चेताया गया था मगर केंद्र सरकार द्वारा इस विध्वंस के खतरे को नियंत्रण में नहीं लाया गया और यही एक घातक राजनीतिक भूल थी। यह बात देश के पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कही। उन्होंने कहा कि वे घटना को केवल भूल बताकर नज़र अंदाज़ नहीं करेंगे। यह कदम ऐसा था जिसने प्रधानमंत्री नरसिंह राव के कार्यकर्ताओं का विश्वास खो दिया था।

दरअसल टाटा लिटरेचर लाइव फेस्टिवल में नरसिंह राव- द फाॅरगाॅटेन हीरो पर आयोजित परिचर्चा में उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव को मस्जिद को लेकर चेताया था। कारसेवकों द्वारा बाबरी मस्जिद को लेकर विध्वंसक कार्रवाई एकदम से ही नहीं की गई थी। दरअसल सुनियोजित तरीके से पत्थर लाए जा रहे थे। ये पत्थर रामेश्वरम् से लाए जा रहे थे और पूरी की पूरी ट्रेन बुक थी।

पी चिदंबरम का कहना था कि वर्ष 1987 से 1988 से ही बाबरी मस्जिद को लेकर तैयारी की जा रही थी। पी चिदंबरम ने कहा कि नरसिंह राव को इस खतरे को लेकर सुरक्षा का प्रबंधन करना था मगर केंद्र सरकार के नियंत्रण में स्थिति नहीं रही। आखिर यह एक बड़ा सवाल था कि लोगों के पास अचानक कुल्हाड़ी और हथौड़े कैसे आ गए। कारसेवकों को विदाईयां देने के कार्यक्रम हो रहे थे।

नरसिंह राव ने नेहरू - गांधी परिवार से अलग जगाई थी उम्मीद

पीवी नरसिंह राव देश में लाए आर्थिक उदारीकरण की नीति

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्विटर पर

मोदी आखिर क्यों बने हुए है मौनव्रत धारी 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -