नई दिल्ली: सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा की छुट्टियां रद्द कर उन्हें वापस ड्यूटी पर बहाल किया जाएगा या फिर वो छुट्टी पर ही बने रहेंगे. इस पर सुप्रीम कोर्ट आज यानी बुधवार को फिर से सुनवाई करेगा. 29 नवंबर को हुई सुनवाई में आलोक वर्मा को राहत नहीं मिल सकी थी. कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 5 दिसंबर को निर्धारित की थी.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को रोजाना देखने आ रहे 30 हजार लोग, बना आकर्षण का केन्द्र
आलोक वर्मा ने केंद्र सरकार के उन्हें छुट्टी पर भेजने के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में 3 जजों की बेंच बुधवार को आलोक वर्मा के सीलबंद लिफाफे में दिए जवाब पर विचार कर सकती है. सरकार ने पिछली सुनवाई में आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले को सही ठहराया था. सरकार की तरफ से अदालत में यह दलील दी थी कि उनकी पहली चिंता यह है कि सीबीआई में देशवासियों का भरोसा कायम रहे.
गली में खड़े होकर व्यक्ति ने निकाला प्राइवेट पार्ट और फिर...
सरकार ने कहा था कि जिस तरह इस जांच एजेंसी के दो सबसे वरिष्ठ अधिकारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, उससे लोगों में गलत संदेश जा रहा था. इस वजह से सरकार ने सार्वजनिक हित में मामले में हस्तक्षेप करने का फैसला लिया जिससे कि लोगों का सीबीआई पर विश्वास बरक़रार रहे. आपको बता दें कि सीबीआई मामले में आलोक वर्मा की याचिका के अलावा एनजीओ कॉमन कॉज की याचिका पर भी सुनवाई होने वाली है. कॉमन कॉज ने सीबीआई अफसरों के खिलाफ एसआईटी जांच की मांग करते हुए याचिका दायर की थी.
खबरें और भी:-
2020 तक इस घातक बीमारी से मुक्त होगा भारत, केंद्र सरकार ने शुरू किया महाभियान
गोवा: लोगों ने की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग, निकाला मार्च