नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर पूरे देश में जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। सरकार द्वारा लगातार शांति की अपील की जा रही है, किन्तु फिर भी पिछले पांच दिन से देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। हिंसक प्रदर्शनों से पब्लिक प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंच रहा है। भारतीय रेलवे की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार ट्रेनों में आगजनी से कुल 88 करोड़ का नुकसान हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, पूर्वी रेलवे जोन में 72 करोड़ रुपये की संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है। दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में 13 करोड़ रुपये की संपत्ति और नॉर्थईस्ट फ्रंटियर जोन में 3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आंलोदन के नाम पर नुकसान के मामले में साउथ-इस्टर्न रेलवे का खड़कपुर क्षेत्र है। जबकि नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के असम के क्षेत्रों में भी कई जगहों पर उपद्रवियों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि मीडिया में आई तस्वीर और वीडियो, रेलवे के पास मौजूद साक्ष्यों के आधार पर उपद्रवियों को नामजद अभियुक्त बनाया जाएगा। रेलवे का मानना है कि ऐसे मामलों में अज्ञात लोगों पर केस होने से केस कमजोर हो जाता है। इसलिए रेलवे अपने खुफिया तंत्र से वीडियो, सीसीटीवी और तस्वीरों से उपद्रवियों की शिनाख्त कर प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ केस करने जा रहा है। यह नहीं प्रॉपर्टी के नुकसान के मामले में भी एक-एक उपद्रवी की शिनाख्त कर उनके ख़िलाफ़ वसूली के लिए मामला दर्ज किया जाएगा।
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