नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी द्वारा लगातार 4 थे दिन हड़ताल जारी रखी गई। दरअसल ये कर्मचारी अपना वेतन समय पर दिए जाने की मांग कर रहे हैं साथ ही दिल्ली में कार्यरत तीनों ही नगर निगमों का विलय करने की मांग भी इन कर्मचारियों द्वारा की गई। हड़ताल के तहत कर्मचारियों ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी प्रदर्शन किया जा चुका है।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान विकास मार्ग पर जाम लग गया। जिसके कारण कुछ ही देर में आईटीओ से नोएडा तक सड़क जाम हो गई। इस दौरान कचरा हटाने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंप दी गई। लोकनिर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा टास्क फोर्स तैयार की गई। पूरे शहर से कचरा हटाने का आदेश भी दे दिया गया।
इस दौरान करीब 100 ट्रकों को काम में लिया गया। प्रत्येक ट्रक पर करीब 10 कर्मचारियों को लगाया गया। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सफाई व्यवस्था बदहाल हो गई है। सफाईकर्मियों ने हड़ताल करते हुए अपने काम पर न जाने की बात कही है। वे अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल द्वारा दिल्ली और केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया।
उनका कहना था कि यह बात कौन तय करेगा आखिर कौन सही है और कौन गलत है। एमसीडी द्वारा फंड की कमी के कारण टोल टैक्स करीब 7 से लेकर 66 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। इस तरह की दरें 1 फरवरी से लागू होंगी। कर्मचारियों का कहना है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।