नई दिल्ली : बैंकों में ढाई लाख रूपये जमा कराने वालों से भी अब सरकार यह पूछेगी कि आखिर आप ये ढाई लाख रूपये कहां से लाये है। यदि आपने सीधे तरीके से जवाब दे दिया तो ठीक वरना आप कानूनी पचड़े में भी पड़ सकते है। हालांकि सरकार उन्हीं लोगों से ढाई लाख रूपये का हिसाब पूछेगी, जिनके द्वारा चलन से बाहर हुये पांच सौ और एक हजार रूपये के नोट जमा कराये जा रहे है।
मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद यह ऐलान किया था कि आप अपने बैंक खाते में 30 दिसंबर तक पुराने नोटों के रूप में ढाई लाख रूपये तक जमा करा सकते है। बताया गया है कि मोदी सरकार न केवल जनधन खातों पर नजर रख रही है वहीं उन लोगों पर भी नजर है, जिनके द्वारा पुराने नोटों के रूप में ढाई लाख रूपये जमा कराये जा रहे है।
जानकारी मिली है कि मोदी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि ढाई लाख रूपये तक जमा कराने वाले लोगों से सवाल पूछा जाये और इसके लिये संसद में एक प्रस्ताव पास करने की तैयारी में सरकार है। मालूम हो कि कालाधन कुबेरों द्वारा न केवल जनधन खातों में बेहिसाब रूपये जमा कराये जा रहे है वहीं ढाई लाख रूपये की सीमा को भी पार करते हुये कालाधन रखने वालो लोग रकम जमा करा रहे है।
नोटबंदी के बीसवें दिन बदले हालात, बैंकों में जमा होंगे पुराने नोट