नई दिल्ली : कथावाचक आसाराम बाबू और उनके कथावाचक पुत्र नारायण सांई इन दिनों यौनाचरण के चलते जेल में हैं। मगर इन मामलों में लगातार गवाहों की मौत होने से मामला पेचीदगीभरा नज़र आ रहा है। हाल ही में दोनों ही मामलों के प्रमुख गवाह महेंद्र चावला पर हुए हमले से इस मसले पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। जिसमें किसी तरह की साजिश की बात भी सामने आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार आसाराम के विरूद्ध गवाही देने वाले पांच लोगों की हत्या पहले ही की जा चुकी है जिसके बाद अब नारायण सांई के विरूद्ध गवाही देने वाले गवाह को जान से मारने का प्रयास किया गया। महेंद्र चावला इस केस का एक अहम गवाह है और वह मामले का 6 ठा ऐसा शख्स है। जिस पर इस मामले में गवाही के चलते हमले का सामना करना पड़ा है। लोग भी इन मामलों में गवाहों पर होने वाले हमले और उनकी मौत से सकते में हैं कि आखिर इनका ऐसा कैसा रसूख है कि गवाहों की हत्या हो रही है।
हालांकि मामले में सीधे तौर पर इन लोगों पर सवाल नहीं उठाए जा रहे हैं लेकिन मामलों की जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि गुजरात पुलिस पूछताछ के लिए अखिल और वर्षा को विमान से अहमदाबाद ले गई थी जहां वह सरकारी गवाह बन गया और उसने स्वीकार किया कि सूरत की बहनों को बुलाने के बाद आश्रम के कमरों में उसे भेज दिया गया। मगर इसके बाद क्या - क्या घटनाऐं हुई उसे ज्ञात नहीं है।