भ्रष्टाचार को हथियार के तौर पर उपयोग करने की नहीं है जरूरत
भ्रष्टाचार को हथियार के तौर पर उपयोग करने की नहीं है जरूरत
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नई दिल्ली : केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली द्वारा डीडीसीए में व्याप्त भ्रष्टाचार के मसले पर हंगामा होने पर कहा गया है कि सभी नेताओं को यह याद रखना होगा कि कृतघ्नता राजनीतिक पाप है किसी अधिकारी द्वारा किए जाने वाले निर्देश को संरक्षण देने की आवश्यकता है। राजनीतिक नूराकुश्ती के दौरान उसे हथियार के तौर पर उपयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं है। अप्रत्यक्ष तौर पर उन्होंने कहा कि अधिकारी राजनीतिक नूराकुश्ती का हथियार न बनें। केंद्रीय मंत्री जेटली ने खुफिया ब्यूरो के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी राजेंद्र कुमार के सवालों के उत्तर में कहा कि राजनीति में जिस तरह का दंगल खेला जा रहा है वह बंद होना चाहिए।

दरअसल राजेंद्र कुमार गुजरात में वर्ष 2004 में हुई इशरत जहां और उसके मित्रों की कथित फर्जी मुठभेड़ में हुई हत्या को लेकर विवादों में बने हुए थे। खुफिया ब्यूरो के एंडाउमेंट लेक्चर में केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली के भाषण के बाद राजेंद्र कुमार ने वित्तमंत्री अरूण जेटली से सवाल किए कि सरकार को अधिकारियों को निशाना बनाने से बचना चाहिए। ऐसे अधिकारी जो अपने कर्तव्य का पालन करते समय प्रामाणिक निर्णय ले सकें। जेटली द्वारा यह भी कहा गया कि इस तरह के सिद्धांत केवल सत्तापक्ष या फिर विपक्ष पर लागू नहीं होते बल्कि विभिन्न नेताओं पर लागू होते हैं।

कुछ संस्थाओं और उनके कामकाज का संरक्षण करने की आवश्यकता है। उनका कहना था कि एक वाक्य में कहा जाए तो कृतघ्नता राजनीतिक पाप माना जाता है। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को सावधान करते हुए कहा कि उन्हें अपने कर्तव्य का पालन करते समय राजनीतिक नूराकुश्ती का औजार न बनाया जाए।

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