आम्बेडकर नगर: 2014 से फरार चल रहे इनामी अपराधी लालमन यादव को गिरफ्तार करने में जिले की स्वाट पुलिस को सफलता मिली है. आतंक फैलाने वाले लालमन यादव की गिरफ्तारी के लिए सूबे के डीजीपी ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था. अपराधी को पकड़ने के लिए जिले की पुलिस टीम के अलावा यूपी एसटीएफ को लगा रख रखा था. स्वाट टीम ने आखिर इस सजायाफ्ता मुजरिम को गिरफ्तार कर ही लिया|
जैतपुर थाना क्षेत्र के करमुल्हा गाँव का शातिर बदमाश लालमन यादव 1999 में इंद्रभान पांडेय की हत्या के मामले में फ़ैजाबाद जेल में बंद था. उसे कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. जमानत पर रिहा होने के बाद से ही वह फरार चल रहा था|
2014 में लालमन ने हत्याकांड के मुख्य गवाह और इंद्रभान पांडेय के भतीजे उदयभान की भी हत्या कर दी थी. तब से पुलिस को गुमराह कर फरार चल रहा था. तत्कालीन एसपी ने उसकी गिरफ्तारी पर 5 हजार का इनाम रखा था. इसके बावजूद वह गिरफ़्तार नहीं हो सका. लालमन की गिरफ्तारी न होने का मामला लखनऊ की हाई कोर्ट पहुंचा. जहां कोर्ट की फटकार के बाद डीजीपी ने लालमन की गिरफ्तारी पर 50 हजार के इनाम की घोषणा के साथ जिला और यूपी एसटीएफ को लगाया गया पुलिस कई बार उसे पकड़ने गांव गई लेकिन पकड़ में नहीं आया क्योंकि वह मोबाइल नहीं रखता था. आखिर स्वाट की टीम ने मुखबिरों का जाल बिछा कर उसे दबोच ही लिया|
लालमन के आतंक के कारण पूरा गांव दहशत में रहता था. उसकी जहाँ इच्छा होती उस घर में रात में जाकर खाना खता था और वहीँ सो जाता था. उसे मना करने की हिम्मत किसी की नहीं होती थी. सुबह वह तमसा नदी के किनारे झाड़ियों में चला जाता था. उसकी दहशत के कारण लोग अपना मुंह नहीं खोलते थे. आखिरकार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ही लिया. उसके पास से 315 बोर की बंदूक और चार जिन्दा कारतूस बरामद किये गए|